नई दिल्ली। दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे कृषि कानूनों के खिलाफ धरना दे रहे किसान एक बार फिर दिल्ली में हिंसा करने की तैयारी कर रहे हैं। दरअसल किसानों का कहना है कि वह 26 जनवरी की तरह 15 अगस्त पर भी टैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया है। जिसे लेकर खहबर सामने आ रही है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अलगाववादी तत्वों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाल किले पर ध्वजारोहण से रोकने की साजिश कर रहे हैं। वहीं यह खबर सामने आने के बाद से सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक खालिस्तानी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने किसानों और उनके समर्थकों से अपील की है कि ट्रैक्टर से दिल्ली की सड़कें जाम कर दें, ताकि पीएम लाल किले न पहुंच पाएं। सूत्रों का यह दावा भी है कि पन्नू ने पंजाब, कश्मीर, असम और महाराष्ट्र के किसानों को तिरंगा न फहराने के लिए कहा है। गौरतलब है कि इसी साल 26 जनवरी के मौके पर किसानों के एक हिंसक वर्ग ने लाल किले पर धर्म विशेष का ध्वज लहरा दिया था। इतना ही नहीं राजधानी दिल्ला में भी हिंसा को अंजाम दिया गया था।
वहीं 15 अगस्त को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने सुरक्षा व्यवस्था पर मीटिंग भी की है। मीटिंग के दौरान उनका कहना था कि बीते 26 जनवरी जैसी घटना फिर से नहीं होनी चाहिए। 15 अगस्त शांतिपूर्ण होना चाहिए। कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की बाधा न हो इस बात का खास ख्याल रखा जाए। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शांतिपूर्ण तरीके से सभी कार्य पूरे किए जाने चाहिए।
कमिश्नर ने दिए निर्देश
15 अगस्त की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए राकेश अस्थाना ने दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बताया गया है कि इस बैठक में स्पेशल सेल के 3 डीसीपी, स्पेशल सीपी स्पेशल सेल, सभी जिला संयुक्त सीपी और सभी डीसीपी भी मौजूद रहे। बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आतंकवादी हमले को लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है।