नई दिल्ली। देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वालों को वीर जवानों को 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। शनिवार को केंद्र सरकार ने पुरस्कार देने का ऐलान कर दिया है। सरकार ने जानकारी देते हुए बताया कि, स्वतंत्रता दिवस पर 1,380 जवानों को गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा 662 पुलिस कर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक दिया जाएगा। वहीं 628 जवानों को राष्ट्रपति पुलिस पदक और 88 कर्मियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक देने की घोषणा की है। इसके अलावा 662 कर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक दिया जाएगा।
#IndependenceDay: Central Govt announces Police Medal for Gallantry to 662 police personnel, President’s Police Medal for Gallantry to 628 personnel, President’s Police Medal for Distinguished Service to 88 personnel, and Police Medal for Meritorious Service to 662 personnel
— ANI (@ANI) August 14, 2021
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) को पूर्वी लद्दाख में चीनी आक्रमण को विफल करने में उनकी बहादुरी के लिए सम्मानित किया जाएगा। आईटीबीपी के 23 जवानों को वीरता के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा। गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच 15 जून 2020 की दरमियानी रात हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे।
Names of 23 ITBP personnel awarded gallantry this year during clashes with PLA forces in Eastern Ladakh. #IndependenceDay @ETDefence pic.twitter.com/kRwYz3owVK
— rahul tripathi (@rahultripathi) August 14, 2021
वीरता पदक से सम्मानित होने वालों में, जम्मू-कश्मीर पुलिस से 256, सीआरपीएफ से 151, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) से 23, ओडिशा पुलिस से 67, महाराष्ट्र पुलिस से 25, छत्तीसगढ़ से 20 और अन्य राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल शामिल हैं। साथ ही, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) के तहत 88 पदक प्रदान किए गए हैं, जबकि 662 कर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक (पीएम) से सम्मानित किया गया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब-इंस्पेक्टर अमर दीप को सर्वोच्च वीरता पुरस्कार- पीपीएमजी से सम्मानित किया गया है, जबकि सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल स्वर्गीय काले सुनील दत्तात्रेय को मरणोपरांत पीपीएमजी दिया गया है। राष्ट्रपति का पुलिस पदक भारत में पुलिस कर्मियों को दिया जाने वाला एक अलंकरण है। 1 मार्च, 1951 को स्थापित, पदक को मूल रूप से राष्ट्रपति का पुलिस और अग्निशमन सेवा पदक कहा जाता था। पदक या तो वीरता या विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है, पदक के वीरता संस्करण को उच्च प्राथमिकता दी जाती है। यह पदक प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर प्रदान किया जाता है।