नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी कुलभूषण जाधव के काउंसुलर एक्सेस को लेकर एक बार फिर भारत ने पाकिस्तान से बात की है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि गुरुवार को भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान से कहा है कि कुलभूषण जाधव के मामले में बिना किसी बाधा के काउंसुलर एक्सेस दे। यह जानकारी सूत्रों के द्वारा दी गई है।
दरअसल पाकिस्तान ने दावा किया था कि जाधव ने रिव्यू पिटीशन दायर करने से इनकार कर दिया है। इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जाधव पर पाकिस्तान का दावा दूरगामी है। भारत जाधव को बचाने के लिए सभी कानूनी विकल्प तलाश रहा है।
India has asked Pakistan to give unconditional access to Kulbhushan Jadhav: Sources
Earlier Pakistan had claimed that he had refused to file a review plea. India said that he had been coerced into doing that.
— ANI (@ANI) July 16, 2020
इससे पहले कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान के दावे पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी। इस मामले में पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने 17 जून 2020 को जाधव को उनकी सजा और सजा पर पुनर्विचार के लिए एक याचिका दायर करने के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन, जाधव ने इससे इनकार कर दिया। पाक मीडिया में छपी खबरों के अनुसार पाक का कहना है कि जाधव ने इसके बजाय अपनी लंबित दया याचिका का पालन करना पसंद किया।
इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए कहा कि कुलभूषण जाधव के मामले में अंतरराष्ट्रीय अदालत के फैसले का पूरी तरह से और प्रभावी क्रियान्वयन हो इसके लिए हम राजनयिक माध्यमों से आगे बढ़ रहे हैं। इस मामले में पाकिस्तान की ओर से आज दिया गया बयान आईसीजे के फैसले को लागू करने में उसके झूठ को छिपाने का मुखौटा प्रतीत होता है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि जाधव के मामले में पाकिस्तान का यह दावा उसके पिछले चार साल से चल रहे झूठ का ही एक हिस्सा है।
बता दें कि कुलभूषण जाधव 2016 से पाकिस्तान की जेल में बंद हैं। पाकिस्तान आरोप लगाता है कि जाधव एक जासूस हैं। हालांकि भारत कई बार इस दावे को नकार चुका है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने तीन मार्च 2016 को जासूसी और आतंकवाद के आरोप में बलूचिस्तान से जाधव को गिरफ्तार किया था।