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भारत ने सीमा पर तेज की अपनी गतिविधियां, LAC पर वायुसेना के युद्धक विमानों का ऑपरेशन

सेना के एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय वायुसेना युद्ध के दौरान बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। युद्ध के साथ ही सेना के सहयोग का काम भी करती है और जरूरी सामान को भी पहुंचाती है।

नई दिल्ली। भारत-चीन तनाव के बीच भारतीय सेना ने चीन को होश में लाने के लिए सीमा पर अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। LAC पर अपने युद्धक विमानों को एयरबेस पर तैनात करने के बाद अब भारतीय वायुसेना के सुखोई Su-30MKI और मिग 29 विमानों के साथ अपाचे हेलिकॉप्टर भी सीमा पर उड़ान भरते नजर आते हैं।

Galwan

जिस तरह से भारतीय सेना चीन सीमा पर एयर ऑपरेशन कर रही है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत चीन को संदेश दे चुका है कि किसी भी मामले में थोड़ा भी समझौता नहीं किया जाएगा। केंद्र की मोदी सरकार ने चीन को साफ संदेश दे दिया है कि, भारत से पार पाना चीन के लिए मुश्किल है।

बता दें कि गलवान घाटी में चीन की नापाक हरकत और हिंसक झड़प के बाद भारत ने कमर कस ली है। चीन की हेकड़ी को देखते हुए भारत ने सीमा पर अपने विमान तैनात कर दिए। सीमा पर मिग, सुखोई और हरक्युलिस विमान पहले से तैनात थे लेकिन अब अकसर ये सीमा के पास उड़ान भरते देखे जाते हैं। सूत्रों का कहना है कि तीनों सेनाओं से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।

Indian Airforce

LAC पर तैनात एक स्कॉड्रन लीडर ने कहा कि सभी बेस पर भारतीय वायुसेना पूरी तरह से तैयार है और किसी भी चुनौती का सामना कर सकती है। उन्होंने कहा, जवानों का जोश हमेशा हाइ रहता है औऱ आसमान की ऊंचाइयों को छूने के लिए वे तैयार रहते हैं। बता दें कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी भी जवानों की हौसला आफजाई और चीन को कड़ा संदेश देने के लिए लेह पहुंचे थे। उन्होंने विस्तारवादी चीन को लताड़ा भी और घायल जवानों से मुलाकात के दौरान कहा कि भारत न किसी के सामने कभी झुका है और न ही झुकेगा।

ये युद्धक हेलिकॉप्टर अमेरिकी कंपनी बोइंग ने बनाए हैं। इसका कुल वजन 6838 किलोग्राम के आसपास होता है। ये अधिकतम 279 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकते हैं। इसमें दो टर्बोशाफ्ट इ्ंजन होते हैं ज। इसमें एयर टु एयर मिसाइलें, रॉकेट और गन की क्षमता होती है। इसकी ऊंचाई लगभग 15.24 फीट होती है और पंख 17.15 फीट तक फैले होते हैं।

indian-airforce-fighter-crafts

सेना के एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय वायुसेना युद्ध के दौरान बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। युद्ध के साथ ही सेना के सहयोग का काम भी करती है और जरूरी सामान को भी पहुंचाती है। उन्होंने कहा कि सेना किसी भी स्थिति के लिए तैयार है।