चीन की नापाक करतूत जारी, अब सिक्किम में की घुसपैठ की कोशिश, भारत ने दिया मुहंतोड़ जवाब

India-China Tension: लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC)पर चीन की नापाक करतूत जारी है। इसी कड़ी में एक बार फिर ड्रैगन ने नापाक साजिश को अंजाम देने की कोशिश की है। भारत और चीन के जवानों के बीच एलएसी पर एक बार फिर झड़प की खबर सामने आ रही है।

Avatar Written by: January 25, 2021 11:08 am
Indian China LAC

नई दिल्ली। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC)पर चीन की नापाक करतूत जारी है। इसी कड़ी में एक बार फिर ड्रैगन ने नापाक साजिश को अंजाम देने की कोशिश की है। भारत और चीन के जवानों के बीच एलएसी पर एक बार फिर झड़प की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि ये झड़प तीन पहले सिक्किम (Sikkim) के नाकुला (Naku La) में हुई थी। बता दें कि पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में एलएसी पर भारत (India) और चीन (China) के बीच पिछले साल अप्रैल-मई के बाद से ही गतिरोध बरकरार बना हुआ है।

India China Army

सूत्रों के मुताबिक इस झड़प में भारतीय सेना के 4 जवान घायल हुए है, जबकि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के 20 सैनिकों के घायल होने की भी खबर है। बताया जा रहा है कि यह झड़प तब हुई जब चीनी सैनिक LAC को पार करने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि भारतीय सैनिकों की कार्रवाई के बाद उन्हें पीछे हटना पड़ा। वहीं सिक्किम के नाकुला में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए झड़प पर भारतीय सेना ने बयान जारी किया है। सेना ने कहा कि ये दोनों देश की सेनाओं के बीच हुआ मामूली झड़प था। स्थानीय कमांडर्स ने तुरंत इस विवाद को सुलझा लिया।

इससे पहले करीब ढाई महीने के अंतराल के बाद भारत और चीन की सेनाओं ने रविवार को कोर कमांडर स्तर की नौवें दौर की वार्ता की। चीनी सीमा में मॉलडो (Moldo ) में हुई यह बैठक 15 घंटे तक चली। इसका उद्देश्य पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले सभी स्थानों से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया पर आगे बढना है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

India China army

लेह स्थित मुख्यालय 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजी के मेनन ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। बैठक में भारत ने विवादित क्षेत्रों को पूरी तरह स्वतंत्र करने और सुरक्षा बलों को वापस बुलाने की मांग की है। सैन्य कमांडरों ने बैठक का विवरण प्रधानमंत्री कार्यालय को दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी बातचीत का हिस्सा थे।

कोर कमांडर स्तर की आठवीं वार्ता 6 नवंबर को हुई थी। हालांकि वार्ता के बाद गतिरोध जारी रहा, दोनों देशों ने सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत और संचार बनाए रखने के लिए सहमति व्यक्त की थी।