नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना ने पिछले साल आज के ही दिन पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर आतंकी कैंप को ध्वस्त किया था। बालाकोट एयरस्ट्राइक की पहली वर्षगांठ के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक के बाद भारत ने दुनिया को बता दिया था कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की रक्षा के लिए अब हम सीमा पार करने में संकोच नहीं करते हैं। गौरतलब है कि पिछले वर्ष 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकवादी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर बम बरसाए थे।
राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने आतंकवाद से मुकाबला करने के तरीकों और भारत के दृष्टिकोण में परिवर्तन लाने में हमारा साहस बढ़ाया। 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के बालाकोट एयर स्ट्राइक इस बदलाव के गवाह हैं। यह निश्चित रूप से एक नया और आत्मविश्वास से भरा भारत है।’
I thank the Prime Minister Shri @narendramodi for bringing change in India’s approach against terrorism & our ways to counter terror. The Surgical Strikes of 2016 and Balakote Air Strikes of 2019 are testimony to this change. This is certainly a New and Confident India in making.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) February 26, 2020
उन्होंने कहा कि मैं भारतीय वायुसेना को सलाम करता हूं, जिन्होंने बालाकोट में हवाई हमलों के दौरान बेजोड़ बहादुरी और साहस का प्रदर्शन किया। पहले की सरकारों ने इस पर अलग दृषिकोण अपनाया था लेकिन अब हम आतंकवाद के खिलाफ भारत की रक्षा के लिए सीमा पार करने में संकोच नहीं करते हैं।
India today celebrates the first anniversary of Balakote airstrikes. It was a successful counter terror operation launched by the fearless @IAF_MCC air warriors.
With the success of Balakote air strikes India has clearly demonstrated its strong will against terrorism.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) February 26, 2020
उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए कहा, भारत ने आज बालाकोट हवाई हमले की पहली वर्षगांठ मना रहा है। यह भारतीय वायुसेना की ओर से साहस के साथ शुरू किया गया एक सफल काउंटर टेरर ऑपरेशन था। बालाकोट हवाई हमलों की सफलता के साथ भारत ने स्पष्ट रूप से आतंकवाद के खिलाफ अपनी मजबूत इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया है।