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Gemini Shankaran : नहीं रहे सर्कस की दुनिया के बादशाह जैमिनी शंकरन का निधन, सेना में किया था काम, मिला था लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

Gemini Shankaran : उन्होंने जेमिनी सर्कस और जंबो सर्कस की भारत में शुरुआत की, उनके बारे में कहा जाता है कि वो इतना मशहूर थे कि लोग उनको बस देखने के लिए ही टिकट खरीद लिया करते थे। आपको बता दें वो भारतीय सेना का भी हिस्सा रहे थे मगर द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद रिटायर हो गए थे। उनके निधन पर केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने भी शोक प्रकट किया है।

नयी दिल्ली। भारत में बीते कुछ सालों पहले तक सर्कस मनोरंजन के सबसे बड़े साधनों में से एक हुआ करता था, अब सर्कस को लेकर लोगों में वो उत्साह नजर नहीं आता लेकिन आपने भी बचपन में या कभी न कभी सर्कस देखा ही होगा। इसी सर्कस की दुनिया का बड़ा नाम थे जेमिनी शंकरन। जिनका आज 99 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनका सर्कस की दुनिया में कितना अहम योगदान था इसको आप इस बात से समझ सकते हैं कि भारत सरकार ने उनको सर्कस के क्षेत्र में सेवाएं देने के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया था।

अगर बात करें इनके सर्कस के क्षेत्र में अहम योगदानों की तो उन्होंने जेमिनी सर्कस और जंबो सर्कस की भारत में शुरुआत की, उनके बारे में कहा जाता है कि वो इतना मशहूर थे कि लोग उनको बस देखने के लिए ही टिकट खरीद लिया करते थे। आपको बता दें वो भारतीय सेना का भी हिस्सा रहे थे मगर द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद रिटायर हो गए थे। उनके निधन पर केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने भी शोक प्रकट किया है।

उनके निधन पर शोक प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा, ‘उन्होंने भारतीय सर्कस के आधुनिकीकरण में एक बेहद अहम भूमिका अदा की और देश विदेश के तमाम कलाकारों एवं उनके करतबों को इसमें शामिल करने का काम किया। वहीं जेमिनी के साथ अपने मधुर संबंधों को लेकर भी सीएम विजयन ने कहा कि बेहद ही प्रगतिशील विचारों वाले व्यक्ति थे। उन दोनों के इसी स्वभाव के चलते घनिष्ट रिश्ते भी थे। विजयन ने कहा कि उनका दुनिया छोड़कर जाना मनोरंजन और सर्कस की दुनिया के लिए अपूरणीय क्षति है। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को पय्याम्बलम समुद्रतट पर किया जाएगा। उनके परिवार के सभी लोग इसमें मौजूद रहेंगे तथा तमाम बड़ी हस्तियां भी इसमें शामिल होंगी।