मेरठ। यूपी के मेरठ से यूपी एटीएस के हत्थे चढ़े जैश-ए-मोहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान के संदिग्ध आतंकी मोहम्मद नदीम के फोन की जांच से सनसनीखेज खुलासा हुआ है। नदीम के फोन से 70 पेज की एक पीडीएफ फाइल मिली है। इसमें आतंकी गतिविधियां मसलन हमले और बम धमाके करने के तरीके बताए गए हैं। फाइल में बारूद कहां से लेना है और इससे बम बनाने के अलावा फिदायीन हमले करने के बारे में विस्तार से बताया गया है। यूपी एटीएस के सूत्रों के मुताबिक कुंडाकला गांव के रहने वाले नदीम को उसके पाकिस्तानी आकाओं ने मैसेज भेजा था कि वो इस पीडीएफ फाइल को पढ़कर निर्देशों को पूरा करे।
सूत्रों के मुताबिक इन निर्देश के बाद ही नदीम देश में कई जगह हमले की तैयारी कर रहा था। उससे पाकिस्तानी आतंकी आकाओं ने ये भी कहा था कि उसे वहां बुलाकर खास ट्रेनिंग भी दी जाएगी। उसे समझाया जाएगा कि हमले कैसे करने हैं और फिदायीन हमला कैसे किया जाता है। फिलहाल उसे बीजेपी की नेता रहीं नूपुर शर्मा का कत्ल करने के काम में लगाया गया था। जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक नदीम आतंक फैलाना चाहता था। उसके पाकिस्तान और अफगानिस्तान में बैठे आतंक के आकाओं से रिश्ते सामने आए हैं। पिछले करीब 4 साल से वो देशविरोधी गतिविधियां कर रहा था। एटीएस ने उसके भाई तैमूर को भी पकड़ा था, लेकिन उसे छोड़ दिया गया है।
नदीम के आतंकियों से रिश्ते सामने आने के बाद घरवालों के साथ ही गांव के लोग भी हैरान हैं। गांव के लोगों का कहना है कि नदीम किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करता था। वो मोबाइल फोन में व्यस्त दिखता था। कभी-कभी खेत भी जाता था। नदीम के बारे में उसके पिता नफीस और घरवाले भी बात नहीं करना चाहते। फिलहाल लोग जानना चाहते हैं कि नदीम आखिर किस तरह आतंकियों के करीब आया। उसे लोग आमतौर पर शरीफ मानते रहे हैं। ऐसे में आतंकियों से नदीम के रिश्ते जानकर सबकी नींद उड़ी हुई है।