नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की रीढ़ तोड़ने के लिए भारतीय सेना अब ऐसे प्लान पर काम कर रही है कि आंतकियों की शामत आएगी। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अपने नापाक मंसूबे पाले आतंकियों को खोज-खोजकर मारने के प्लान पर भारतीय सेना काम कर रही है। इसके लिए सुरक्षा बल दक्षिणी कश्मीर के कई इलाकों में अपने स्थायी कैंप बनाना चाहता है। वहीं इसको लेकर सेना द्वारा कई अन्य इलाकों में भी अपने अस्थायी कैंप के जरिये आतंकियों पर दबाव बनाने की योजना बनाई गई है। इसको लेकर एक अधिकारी ने कहा, दक्षिण कश्मीर में आतंकियों के कोर गढ़ में घुसकर सुरक्षा बल अपना वर्चस्व स्थापित कर रहे हैं। इसके अलावा पूरे कश्मीर के लिए सुरक्षा बल ने आतंकरोधी रणनीति नए सिरे से तैयार की है। भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा बनाए जा रहे कैंपों को लेकर कश्मीर में 20 जगहों को चिन्हित किया गया है।
जिन जगहों की सूची दी गई है उनमें जम्मू के भी कुछ इलाकों में कैंप स्थापित करने का प्रस्ताव है। पुलवामा और शोपियां, श्रीनगर, बडगाम, गांदरबल, बांदीपोरा, बारामूला, कुपवाड़ा, कुलगाम में कई स्थानों पर बटालियन कैंप स्थापित करने का प्रस्ताव है। सूत्रों ने कहा जम्मू-कश्मीर के ज्यादातर इलाकों में सुरक्षाबल, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना मिलकर आतंकियों की कमर तोड़ने में कामयाब हुए हैं। लेकिन दक्षिण कश्मीर के कई इलाके ऐसे हैं जहां अभी भी आतंकियों को पनाह मिल रही है।
ऐसे में आतंकियों के सफाए को लेकर सुरक्षा बलों को बहुत लंबे समय तक तैनात रहने की जरूरत है, इसीलिए ऐसे कैंपो को बनाने की रणनीति पर काम किया जा रहा है। बटालियन के लिए पर्याप्त आधारभूत ढांचे की जरूरत भी बताई गई है। सूत्रों का कहना है कि प्रस्तावित बटालियन कैंप न केवल सीआरपीएफ जवानों के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा बनाने के लिए है, बल्कि उनका मनोबल बनाए रखने में भी मदद करेगा। यहां पर्याप्त आधारभूत ढांचे की मौजूदगी में सीमित समय के साथ परिवार को भी रखा जा सकता है।
सुरक्षा बलों की सख्ती के चलते आतंकी ऐसी जगहों पर अपना ठिकाना बनाते हैं, जहां सुरक्षा बलों की संख्या कम हो, ऐसे में सभी सुरक्षाबल और खुफिया एजेंसियों के बीच समन्वय के साथ घाटी की समग्र रणनीति पर काम हो रहा है। अधिकारी ने कहा हम आतंकियों के हर मूवमेंट को ट्रैक करके अपना अभियान मजबूती से चला रहे हैं।