newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

UP Election: रैली में मंच पर ही जयंत चौधरी ने की सपा के मुस्लिम नेता की बेइज्जती! वीडियो वायरल होने के बाद अब मचा बवाल

UP Election: वायरल होने के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इसे मुसलमानों का अपमान करार देते हुए अपने मंच आने का आफर दिया है। कहा है, ऐसे मंच पर जाते ही क्यों हो जहां सम्मान नहीं मिलता? ओवैसी ने इस मुददे को लपकने और मुसलमान वाला एंगल देने में देर नहीं की।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की वजह से राजनीतिक माहौल गर्म है। बीजेपी पूरी ताकत के साथ चुनाव में उतरने की तैयारी कर चुकी है। समाजवादी पार्टी अपने गठबंधन के साथ चुनाव प्रचार में लगी हुई है। कांग्रेस और बसपा भी वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। अखिलेश यादव और जयंत चौधरी मिलकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में माहौल संभालने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि इस बीच जयंत चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें जयंत चौधरी सपा के विधायक के साथ धक्का-मुक्की करते नजर आ रहे हैं। आरोप लगाया गया है कि जयंत चौधरी ने मंच पर ही सपा विधायक की बेइज्जती की है।

zameer ullah khan

दरअसल बताया जा रहा है कि मामला अलीगढ में हुई सपा-रालोद की साझा रैली का है। इस संयुक्त रैली के मंच पर पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान को पीछे धकेलने का मामला अब तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है। वायरल वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि जयंत चौधरी मंच पर खड़े हैं और साथ में वे अपने किसी नेता का हाथ पकड़कर उठाते दिखाई दे रहे हैं। इसी बीच सपा के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान बीच में आने की कोशिश करते थे। जैसे ही हाजी जमीर उल्लाह खान  बीच में खड़े होने की कोशिश करते हैं तो जयंत चौधरी उन्हें धकेल कर पीछे कर देते हैं। हालांकि पूर्व विधायक की तरफ इस कोई प्रतिक्रिया तो नहीं दी गई लेकिन लोगों में अब आक्रोश है।

zameer ullah khan

इस वीडियो के वायरल होने के बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इसे मुसलमानों का अपमान करार देते हुए अपने मंच आने का आफर दिया है। कहा है, ऐसे मंच पर जाते ही क्यों हो जहां सम्मान नहीं मिलता? ओवैसी ने इस मुददे को लपकने और मुसलमान वाला एंगल देने में देर नहीं की। उन्होंने फिरोजाबाद की रैली में कहा है कि 10 साल विधायक रहे जमीर उल्लाह की मंच पर ही तौहीन हुई। गलती हमारे लोगों की है, आखिर क्यों जा रहे हो दूसरों के मंच पर। कब तक दरी बिछाओगे।

खबरों की मानें तो पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान खुद इस घटना के बाद से नाराज है। वे कह रहे हैं कि अगर मंच पर खड़े सभी लोगों में मुझे पीछे धकेलने की कोशिश की जाएगी तो ये अपमान नहीं तो और क्या है? उन्होंने कहा कि पहली दफा लोगों ने देखा है। मुसलमानों का अपमान कब नहीं होता, कहां नहीं होता?