नई दिल्ली। JNU में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने एक प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें उन्होंने बताया गया कि हिंसा को लेकर जिन छात्रों की पहचान हुई है, उनमें चुनचुन कुमार, पंकज मिश्रा, आयेशी घोष (जेएनयूएसयू अध्यक्ष), वास्कर विजय, सुचेता तालुकराज, प्रिया रंजन, डोलन सावंत, योगेंद्र भारद्वाज, विकास पटेल शामिल हैं।
इसपर (जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा है कि, मुझे इस देश की कानून-व्यवस्था पर पूरा भरोसा है कि जांच निष्पक्ष होगी। मुझे न्याय मिलेगा। लेकिन दिल्ली पुलिस पक्षपात क्यों कर रही है? मेरी शिकायत एफआईआर के रूप में दर्ज नहीं की गई है। मैंने कोई मारपीट नहीं की है।
आइशी घोष ने कहा कि, हमने कुछ भी गलत नहीं किया है। हम दिल्ली पुलिस से नहीं डरते। हम कानून के साथ खड़े होंगे, शांति और लोकतांत्रिक तरीके से अपने आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। इससे पहले जेएनयूएसयू अध्यक्ष ने मानव संसाधन विकास विभाग के सचिव अमित खरे से मुलाकात की। मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि, उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे मामले में हस्तक्षेप करेंगे और जल्द ही इस मुद्दे पर एक परिपत्र जारी करेंगे।
MHRD सचिव अमित खरे से मुलाकात के बाद जेएनयूएसयू अध्यक्ष आयेशी घोष ने कहा कि हमने मांग की है कि जेएनयू के वीसी को उनके पद से तत्काल हटा दिया जाना चाहिए क्योंकि वे विश्वविद्यालय नहीं चला पा रहे हैं। हमें एक वीसी की जरूरत है जो नए सिरे से कैंपस में सामान्य स्थिति लाने में मदद कर सके।