नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों का असर अब रमजान महीने में होने वाली जुमे की नमाज पर भी देखने को मिला है। बता दें कि माह-ए-रमजान का जुमा 16 अप्रैल को पड़ रहा है। ऐसे में इस दिन होने वाली नमाज को घरों में रहकर अदा करने की अपील की गई है। बता दें कि यह अपील मुस्लिम धर्म गुरुओं द्वारा की गई है। इमाम-ए-जुमा मौलाना कल्बे जवाद ने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि, इस बार जुमे की नमाज घरों में रहकर ही अदा करें। उन्होंने कहा कि, जुमे की नमाज कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लोग अपने-अपने घरों में ही अदा करें। मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि, इस महीने में हम सब मिलकर गरीबों और मजलूमों की मदद करें। वहीं लखनऊ में शहर-ए-काजी मुफ्ती इरफान मियां फरंगी महली ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सहरी के समय उठना और सहरी करना सुन्नत है ,अगर सहरी नहीं करते हैं तो रोजा़ हो जाएगा, लेकिन सुन्नत रह जाएगी।
कोरोना के केस जिस तरह से बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए मौलानाओं ने लोगों से अपील की है कि, मस्जिदों में सीमित संख्या के साथ ही नमाज अदा करें। बता दें कि देश में लगातार दूसरे दिन कोरोना के 2 लाख से ज्यादा मामले देखने को मिले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटों में 2,17,353 नए कोविड-19 के मामले दर्ज किए गए हैं।
गुरुवार को यह संख्या 2,00,739 थी। इसके अलावा पिछले 24 घंटों में 1,185 कोरोना मरीजों ने दम तोड़ा है। इसके साथ ही देश में कुल मृत्यु संख्या 1,74,308 हो गई है। इस बीच सक्रिय मामले शुक्रवार को बढ़कर 15,69,743 हो गए हैं। पिछले 24 घंटों में कोरोना से कुल 1,18,302 मरीज ठीक होकर घर गये। वहीं 88.31 प्रतिशत की रिकवरी दर के साथ अब तक कुल 1,25,47,866 मरीज रिकवर हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में कुल 14,73,210 नमूनों का टेस्ट किया गया है।