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India-China Dispute: ‘हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी‘, भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई झड़प पर कांग्रेस का बयान, जानिए क्या कहा ?

India-China Dispute: बता दें, अरूणाचल प्रदेश के तवांग में चीनी सैनिक और भारतीय सैनिकों के बीच झड़प हुई, जिसमें भारत के 6 जवानों के घायल होने की खबर है। जिन्हें उपचार हेतु गुवाहाटी भेज दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस झड़प में चीन को ज्यादा नुकसान हुआ है।

नई दिल्ली। आज फिर से दो साल बाद गलवान पार्ट-2 चीन ने दोहराने की कोशिश की, लेकन चीनी सैनिकों को भारत की तरफ से मुंहतोड़ जवाब मिला। चीन की हालत पस्त हो चुकी है। बता दें, अरूणाचल प्रदेश के तवांग में चीनी सैनिक और भारतीय सैनिकों के बीच झड़प हुई, जिसमें भारत के 6 जवानों के घायल होने की खबर है। जिन्हें उपचार हेतु गुवाहाटी भेज दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस झड़प में चीन को ज्यादा नुकसान हुआ है।

खबर है कि चीन के 30 सैनिक घायल हो गए। उधर, इस झड़प को लेकर भारत में राजनीति गरमा गई है। सभी विपक्षी दल केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। ओवैसी के बाद अब कांग्रेस ने अधिकृत रूप से इस झड़प को लेकर बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि, अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत-चीन के सैनिकों के बीच झड़प की खबर है। वक्त आ गया है कि सरकार ढुलमुल रवैया छोड़कर सख्त लहजे में चीन को समझाए कि उसकी यह हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

ध्यान रहे इससे पहले ओवैसी ने भी इस झड़प को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा था। जिसमें उन्होंने लगातार तीन ट्वीट किए थे। अपने ट्वीट में ओवैसी ने कहा था कि, ‘अरूणाचल में स्थिति भयावह बनी हुई है। भारत-चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई है, लेकिन सरकार ने सभी लोगों को अंधेरे में रखा। आखिर क्यों इसे संसद के सत्र में सूचित नहीं किया गया। जब वर्तमान में संसद का सत्र चल रहा है। इसके अलावा ओवैसी ने अपने दूसरे ट्वीट में भी मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं। जिसमें उन्होंने कहा कि झड़प को लेकर अभी अधूरी जानकारी सामने आई है। आखिर इस झड़प के पीछे की वजह क्या है ? क्या इस झड़प में फायरिंग जैसा कदम भी उठाया गया या फिर गलवान जैसी स्थिति ही देखने को मिली? आखिर इस झड़प में कितने सैनिक घायल हुए हैं ? उन सैनिकों की हालत कैसी है ? आखिर क्यों संसद चीन को कड़े संदेश देने के लिए लोगों की सहायता प्राप्त कर सकती है ?

Owaisi

इसके साथ ही ओवैसी ने अपने आखिरी ट्वीट में कहा कि भारतीय सैनिक चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। लेकिन यह मोदी सरकार की कमजोर नेतृत्व का ही नतीजा है कि आज चीन-भारत सैनिकों के बीच झड़प जैसी स्थिति देखने को मिल रही है। इस पर संसद में आवश्यक चर्चा होनी चाहिए। मैं इस मसले पर कल संसद में स्थगन प्रस्ताव पेश करूंगा।


बता दें, इससे पहले गलवान में भी चीनी-भारतीय सैनिकों के बीच झड़प हुई थी, जिसमें ड्रैगन को ही मुंह की खानी पड़ी थी। बता दें, ड्रैगन के कई सैनिक मारे गए थे। लेकिन शी जिनपिंग ने अपने सैनिकों के मारे जाने की बात पूरी दुनिया से छुपाए रखी थी। हालांकि, बाद में कई अंतरराष्टीय एजेंसियों ने चीन के इस झूठ का पर्दाफाश किया था।