खजुराहो। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में आपत्तिजनक बयान देने वाले संत कालीचरण महाराज को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कालीचरण महाराज को मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार किया गया है। कुछ दिन पहले कालीचरण महाराज ने रायपुर में हुई धर्म संसद में महात्मा गांधी के बारे में आपत्तिजनक बयान देते हुए उन्हें परिवारवाद का जनक बताया था। इसका विरोध होने पर कालीचरण ने कहा था कि वो अपने बयान पर कायम हैं और फांसी भी दी जाए, तो माफी मांगने के लिए तैयार नहीं हैं। वहीं, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि कालीचरण महाराज को पुलिस के सामने सरेंडर कर देना चाहिए, वरना उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
कालीचरण के महात्मा गांधी के बारे में आपत्तिजनक बयान के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने रायपुर के सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। टिकरापाड़ा थाने में भी एफआईआर हुई थी। उनके खिलाफ मुंबई में भी केस दर्ज हुआ है। आरोप है कि कालीचरण ने धर्म संसद में महात्मा गांधी को देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए असम्मानजनक टिप्पणी की थी। कालीचरण ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को भी मंच से हाथ जोड़कर प्रणाम करते हुए धन्यवाद दिया था। इसका धर्म संसद में कुछ संतों ने विरोध भी किया था।
मोहन मरकाम ने थाने में कालीचरण महाराज के खिलाफ दी गई शिकायत में कहा था कि जिस तरह महात्मा गांधी के खिलाफ बयान दिया है, उसमें देशद्रोह का केस दर्ज होना चाहिए। उन्होंने इसे महात्मा गांधी के साथ ही देश का अपमान बताया था। इसके बाद पुलिस ने धारा 505(2) और धारा 294 के तहत कालीचरण महाराज पर केस दर्ज कर लिया था। पुलिस तभी से उन्हें तलाश रही थी। कालीचरण ने पूरे मामले के बाद एक वीडियो जारी कर कहा था कि उन्होंने कोई गलत बात नहीं कही और अपने बयान पर अडिग हैं। इसके बाद वो छत्तीसगढ़ से मध्यप्रदेश चले गए थे।