नई दिल्ली। देशभर में वैश्विक महामारी कोरोनावायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर जानलेवा साबित हो रही है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो, देश में कोरोना के 3,14,835 नए मामले सामने आए हैं, जबकि कोरोना की चपेट में आने से 2,104 लोगों की मौत हुई है। वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी बुरा देखने को मिल रहा है। देश में ऑक्सीजन की भारी किल्लत की खबरें भी लगातार सामने आ रही है। इस बीच गुरुवार को ऑक्सीजन और दवाओं की कमी के मामले पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने खुद संज्ञान लिया है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को इस संबंध में नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा है।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा है कि उनके पास कोरोना से निपटने के लिए क्या नेशनल प्लान है। इसके साथ कोर्ट ने हरीश साल्वे (Harish Salve)को एमिकस क्यूरी भी नियुक्त किया है। सुप्रीम कोर्ट ने चार मुद्दों पर केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है, जिसमें पहला- ऑक्सीजन की सप्लाई, दूसरा- दवाओं की सप्लाई, तीसरा- वैक्सीन देने का तरीका और प्रक्रिया और चौथा- लॉकडाउन करने का अधिकार सिर्फ राज्य सरकार को हो, कोर्ट को नहीं।
The CJI said, we have 4 issues primarily in mind – supply of oxygen, supply of essential drugs, manner of vaccination are among them. Senior Advocate, Harish Salve will represent as the amicus curiae, we want to see a national plan on this issue, the CJI said.
— ANI (@ANI) April 22, 2021
वहीं अब मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि देश को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है। देश के कई हिस्सों में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं होने से काफी दिक्कतें हो रही हैं। ऑक्सीजन नहीं मिलने की वजह से मरीजों की तकलीफ बढ़ती जा रही है।