बेंगलुरु। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने राज्य के मंदिरों पर टैक्स लगा दिया है। सिद्धारामैया की कांग्रेस सरकार ने विधानसभा में इस बारे में बिल पेश कर उसे पास करा लिया। अब इसके तहत राज्य के करीब-करीब सभी मंदिरों से सरकार टैक्स वसूलेगी। जिन मंदिरों की आय 10 लाख से लेकर 1 करोड़ रुपए है, उनसे सरकार 5 फीसदी टैक्स लेगी। 1 करोड़ से ज्यादा आय वाले मंदिरों से कर्नाटक की कांग्रेस सरकार 10 फीसदी टैक्स हासिल करेगी। बीजेपी ने मंदिरों से टैक्स लेने के सिद्धारामैया सरकार के फैसले का विरोध किया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने कांग्रेस की हिंदू विरोधी मानसिकता का हवाला देते हुए कहा है कि खाली खजाना भरने के लिए कर्नाटक की सिद्धारामैया सरकार की नजर अब मंदिरों पर पड़ी है।
ರಾಜ್ಯದಲ್ಲಿ ಸರಣೀ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಹಿಂದೂ ವಿರೋಧಿ ಧೋರಣೆ ಅನುಸರಿಸುತ್ತಿರುವ ಕಾಂಗ್ರೆಸ್ ಸರ್ಕಾರ ಇದೀಗ ತನ್ನ ಬರಿದಾಗಿರುವ ಬೊಕ್ಕಸ ತುಂಬಿಸಿಕೊಳ್ಳಲು ಹಿಂದೂ ದೇವಾಲಯಗಳ ಆದಾಯದ ಮೇಲೂ ವಕ್ರ ದೃಷ್ಟಿ ಬೀರಿ ಹಿಂದೂ ಧಾರ್ಮಿಕ ಸಂಸ್ಥೆಗಳ ಮತ್ತು ಧರ್ಮಾದಾಯ ದತ್ತಿಗಳ ವಿಧೇಯಕವನ್ನು ಮಂಡಿಸಿ ಅಂಗೀಕಾರ ಪಡೆದು ಕೊಂಡಿದೆ.
ಇದರ ಅನುಸಾರ ಇನ್ನು ಮುಂದೆ 1… pic.twitter.com/UwcN7yjjss
— Vijayendra Yediyurappa (@BYVijayendra) February 21, 2024
कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र ने कहा कि ये गरीबी के अलावा कुछ नहीं है। विजयेंद्र येदियुरप्पा ने कहा कि भगवान के लिए श्रद्धालु भेंट देते हैं। इसे मंदिरों के रख-रखाव और वहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर खर्च करना चाहिए। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि आखिर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार मंदिरों को ही क्यों निशाना बना रही है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के हमलावर होने पर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने जवाब दिया। उन्होंने सवाल दागा कि बीजेपी आखिर राजनीति में धर्म क्यों ला रही है। रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस ही हिंदुत्व की सच्ची समर्थक है।
माना जा रहा है कि कांग्रेस की कर्नाटक सरकार बनने के बाद मुफ्त की जो योजनाएं लागू करने का एलान किया गया, उसके लिए सिद्धारामैया सरकार धन जुटा रही है। कांग्रेस सरकार की मुफ्त योजनाओं पर सिद्धारामैया सरकार के करीब 50000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पहले भी वो बिजली की दरें वगैरा बढ़ाकर उद्योगपतियों के विरोध का सामना कर चुकी है। अब मंदिरों पर टैक्स लगाने का बिल पास कराकर सिद्धारामैया सरकार ने सियासत को गरमा दिया है।