नई दिल्ली। केरल में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसे सुनकर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे। यहां कुछ लोगों ने एक गर्भवती भूखी हथिनी को अनानास के बीच पटाखे डालकर खिला दिए। ये पटाखे हथिनी के मुंह में फट गए। इससे हथिनी के साथ-साथ उसके पेट में पल रहा बच्चा भी मर गया। इस अमानवीय घटना को वन विभाग के एक कर्मचारी ने अपने कैमरे में कैद कर लिया था। तस्वीरें वायरल होने के बाद इस शर्मनाक घटना का हर कोई विरोध कर रहा है।
इस बीच बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने भी इस घटना पर कड़ी नाराजगी जताई है और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का क्षेत्र है, फिर उन्होंने कार्रवाई क्यों नहीं की?
मेनका गांधी ने इस मामले में केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। बीजेपी सांसद ने कहा, ‘वन सचिव को हटा दिया जाना चाहिए। वन्य जीव संरक्षण मंत्री को भी इस्तीफा दे देना चाहिए। राहुल गांधी उस क्षेत्र से हैं, उन्होंने कार्रवाई क्यों नहीं की?
#WATCH Forest Secretary should be removed, the minister (for wildlife protection), if he has any sense, should resign. Rahul Gandhi is from that area, why has he not taken action? : Maneka Gandhi on elephant’s death in Malappuram, Kerala after being fed cracker-stuffed pineapple pic.twitter.com/DmRYa6lq36
— ANI (@ANI) June 3, 2020
‘यह भारत का सबसे हिंसक जिला’
मेनका ने एक और ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा, ‘यह हत्या है। मलप्पुरम इस तरह की घटनाओं के लिए प्रसिद्ध है। यह भारत का सबसे हिंसक जिला है। यहां सड़कों पर जहर फेंकते हैं ताकि एक समय में 300-400 पक्षियों और कुत्तों की मौत हो जाए।
It’s murder,Malappuram is famous for such incidents, it’s India’s most violent district.For instance, they throw poison on roads so that 300-400 birds & dogs die at one time: Maneka Gandhi,BJP MP&animal rights activist on elephant’s death after being fed cracker-stuffed pineapple pic.twitter.com/OtLHsuiuAq
— ANI (@ANI) June 3, 2020
हथिनी 27 मई को हुई थी क्रूरता का शिकार
बता दें कि ‘साइलेंट वैली फॉरेस्ट’ में एक गर्भवती हथिनी 27 मई को इस क्रूरता का शिकार हो गई थी। जब हथिनी ने अनानास को खाने की कोशिश की तो पटाखा उसके मुंह में ही फट गया। एक शीर्ष वन अधिकारी बताया कि इससे पहले भी अप्रैल में कोल्लम जिले के पुनालुर क्षेत्र के पथनापुरम में इसी तरह से एक हथिनी की मौत हो गई थी। अधिकारी ने बताया कि यह हथिनी अप्रैल में पथनापुरम के जंगल में वन अधिकारियों को गंभीर हालत में मिली थी।
एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने बताया, ‘हथिनी अपने झुंड से अलग मिली थी। उसका जबड़ा टूटा हुआ था और वह चलने में असमर्थ थी।’ उन्होंने बताया कि वन अधिकारियों ने जब उसे देखा तो वह काफी कमजोर थी लेकिन जब वे उसके समीप गए तो वह जंगल में भाग गई और अपने झुंड के साथ हो गई लेकिन अगले दिन भी वह अपने झुंड से अलग मिली। इसके बाद उसका उचित तरह से इलाज भी किया गया लेकिन उसकी मौत हो गई। वहीं अन्य अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में जांच शुरू की गई है।
हथिनी के मुंह में फट गया पटाखा
नाम न जाहिर करने की शर्त पर अधिकारी ने कहा, ‘ऐसा संदेह है कि उसने ऐसे पदार्थ को खाने की कोशिश की जिसमें पटाखे लगे थे और यह उसके मुंह में ही फट गया। हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’ वन अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों की जांच काफी कठिन हो जाती है. उन्होंने बताया कि हाथियों का झुंड एक दिन में कई किलोमीटर चलता है और इसकी वजह से एकदम सटीक स्थान का पता लगाना मुश्किल है। इसी बीच केरल के वन मंत्री के राजू ने बताया कि उन्होंने शीर्ष वन अधिकारियों से हथिनी की मौत के संबंध में रिपोर्ट मांगी है।