नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ने केवड़िया गांव के भाग्य चमकाने का काम किया है। दरअसल इस प्रतिमा के बनने से बंजर गांव केवड़िया में विकास की धारा बह रही है। इस प्रतिमा के जरिए केवड़िया में टूरिज्म सर्किट बढ़ा है। यह घरेलू ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर भी अपनी जगह बना चुका है। केवड़िया को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के अनुरूप विकास कार्य तेजी के साथ हो रहा है। यहां देश ही नहीं विदेशों से भी लोग पर्यटक के तौर पर पहुंच रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों के रोजगार का जुगाड़ हो रहा है। बता दें कि स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के रूप में 182 मीटर ऊंची सरदार पटेल की मूर्ति सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र बिंदु है। यहां थीम आधारित टूरिज्म परियोजनाओं का विकास किया गया है। तकरीबन नौ हजार करोड़ रुपये की लागत से 2022 तक विकास कार्य किए जाने हैं।
वहीं गुजरात के नर्मदा जिले के केवड़िया इलाके में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को लेकर जानकारी सामने आई है, यहां पर्यटकों के पहुंचने की संख्या 50 लाख के पार पहुंच गई है। इस संख्या के आधार पर साफ हो चुका है कि, दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आकर्षण लगातार बढ़ता जा रहा है।
गौरतलब है कि, 31 अक्टूबर, 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की विश्व की सबसे ऊंची 182 मीटर की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का लोकार्पण किया था। इस प्रतिमा को देखने वाले लोगों की संख्या अब 50 लाख के पार पहुंच गई है। बता दें कि मिली जानकारी के मुताबिक अब तक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर 50 लाख से अधिक पर्यटक आ चुके हैं। हर दिन यहां आने वाले देशी और विदेशी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है।