नई दिल्ली। ‘खेला होबे’ नारे ने बंगाल चुनाव के दौरान काफी चर्चा बटोरी थी। इनके साथ ही खेला होबे का भोजपुरी वर्जन खेला होई भी लोगों की जुंबा पर बना हुआ है। इस खेला होबे के स्लोगन को अपने घर पर की दीवारों पर लिखवाकर चर्चा में आए पूर्व विधायक अब्दुल समद अंसारी को लेकर माना जा रहा था कि सपा की ओर से इन्हें टिकट दिया जाएगा। लेकिन अब इन्हीं के साथ पार्टी की तरफ से खेला हो गया है। दरअसल, वाराणसी की उत्तरी सीट से प्रबल दावेदारे माने जा रहे समद की जगह सपा ने अशफाक अहमद डब्लू को टिकट दे दिया है। खुद का टिकट कटने से समद का दुख इतना बढ़ गया कि वो समर्थकों और मीडिया के सामने ही फूट-फूटकर रो भी पड़े।
बता दें, शहर उत्तरी विधानसभा से समद अंसारी साल 2007 में विधायक बने। बीते दिन नामांकन के अंतिम दिन उन्होंने पूरी तैयारी की हुई थी। उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी की ओर से उनके नाम टिकट जरूर लिखा होगा लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो उनके निर्दल ही मैदान में उतरने की उड़ने लगी। बाद में इन चर्चा को विराम देने के लिए समद मीडिया और कार्यकर्ताओं के सामने आए और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ही रोने लगे। इस दौरान एक वक्त ऐसा भी आया जब समद अंसारी रोते-रोते जमीन पर ही बैठ गए। उनके आसपास खड़े बड़े बुजुर्ग उन्हें संभालते हुए नजर आए।
पार्टी के फैसले पर उठाए सवाल
खुद के टिकट काटे जाने और अपनी जगह अशफाक अहमद डब्लू को टिकट दिए जाने के फैसले पर समद ने कहा कि ये ऐसा प्रत्याशी है जिसने अपने परिवार अपने रिश्तेदारों को धोखा दिया है। यह बार-बार लोगों को धोखा देते हैं और पार्टी बदलते रहते हैं।
Samad ji ko rula diye ticket nhi de ker akhilesh sir pic.twitter.com/APQUjKJcq8
— Shahid Ansari (@ShahidA49709197) February 17, 2022