नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सभी देशों को पीछे छोड़ते हुए नया कारनामा कर दिखाया है। इसरो के चंद्रयान-2 ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए चांद की सतह सोडियम की खोज की है। ये सफलता स्पेस रिसर्च में बहुत बड़ी सफलता है जिसे अभी तक कोई दूसरा देश नहीं कर पाया है। वैसे हमारे चंद्रयान ने पहली बार ऐसा चौंकाने वाला काम नहीं किया है। इससे पहले इसरो का चंद्रयान ही था जिसने चांद पर पानी की तलाश की थी। ये भारत के लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। इस खोज के बाद चांद पर अधिक मात्रा में सोडियम मिलने की संभावना भी बढ़ गई है।
भारत के हाथ लगी बड़ी सफलता
इस सफलता के बाद इसरो ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि चंद्रयान -2 के एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर ‘क्लास’ ने चांद की सतह पर पहली बार सोडियम की मैपिंग की है। इससे अब हम चंद्रमा की सतह का अध्ययन कर पाएंगे। इससे हमारे सौर मंडल के बारे में बहुत सारी जानकारियां मिल सकती हैं। बता दें कि चंद्रयान को सोडियम चांद की पहली सतह एक्सोस्फीयर इंटरैक्शन पर मिला है। इससे अब वैज्ञानिक सतह के बारे में बाकी जानकारियां इकट्ठा कर पाएंगे। ऐसा पहली बार हुआ है जब चांद पर सोडियम की मौजूदगी का पता लगा है। ये भारतीय वैज्ञानिक के लिए बड़ी सफलता है।
Chandrayaan-2 Maps Abundance Of Sodium On Moon For 1st Time: ISRO https://t.co/KDi11oNp1I pic.twitter.com/OrhA9qRErB
— NDTV News feed (@ndtvfeed) October 7, 2022
पानी की खोज भी कर चुका है चंद्रयान
अब वैज्ञानिक ये पता लगाने की कोशिश में लगे हैं कि चांद पर कितनी मात्रा में सोडियम मौजूद है। चांद पर पाया गए सोडियम एटम्स को चंद्रमा के वातावरण में भी पाया गया है। इसमें खास बात ये है कि बहुत कम ही किसी के क्षेत्र में सोडियम एटम्स पाए गए हैं।चांद पर सोडियम एटम्स की दैनिक भिन्नता का भी पता लगाया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले चंद्रयान चंद्रमा पर पानी की खोज भी कर चुका है।