
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की नई शराब नीति से राज्य के खजाने को लगी सैकड़ों करोड़ की चपत की जांच के सिलसिले में शुक्रवार को सीबीआई ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर समेत देशभर में 21 जगह छापे मारे थे। इन छापों के बाद तमाम बातें सामने आ रही हैं। अब हम आपको प्वॉइंट्स में बताते हैं कि इस मामले में अब तक क्या जानकारी मिली है।
-मनीष सिसोदिया के घर पर शुक्रवार को 14 घंटे तक सीबीआई की छापेमारी चली। इस दौरान सिसोदिया की कार तक की सीबीआई अफसरों ने तलाशी ली।
-सीबीआई के जाने के बाद मनीष सिसोदिया ने मीडिया को बताया कि अफसरों ने उनसे अच्छा व्यवहार किया। उन्होंने बताया कि कुछ फाइल्स, मोबाइल और लैपटॉप सीबीआई ने जब्त किए हैं।
CBI की टीम ने पूरे घर की तलाशी ली है, मेरा फोन और कंप्यूटर सीज करके ले गए हैं। हमने जांच में पूरा सहयोग दिया है और आगे भी पूरा सहयोग देंगे। हमने कोई गलत काम नहीं किया इसलिए हम डरते नहीं है। CBI को ऊपर से कंट्रोल किया जा रहा है: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली pic.twitter.com/I9L1Vs7vCV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 19, 2022
-सीबीआई की FIR के मुताबिक 16 आरोपियों में शामिल अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अरुण पांडेय दिल्ली के शराब व्यापारियों से कमीशन लेते थे और इसके बदले लाइसेंस मिलता था। आरोप है कि ये तीनों मनीष सिसोदिया के करीबी हैं।
-बीजेपी ने इस बीच इस मामले में एक और संगीन आरोप लगाया है। बीजेपी ने मनीष सिसोदिया के साथ दो आरोपियों की फोटो जारी की है। पार्टी ने कहा है कि इन दोनों के साथ मिलकर सिसोदिया ने दिल्ली के खजाने को नई आबकारी नीति से चपत लगाई और आम आदमी पार्टी AAP के लिए पैसा जुटाया। बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने ये आरोप भी लगाया कि इन दोनों आरोपियों को फरार कराकर विदेश भेज दिया गया है, ताकि मनीष सिसोदिया को बचाया जा सके। आरोप ये भी है कि दोनों के ये फोटो भी सोशल मीडिया से डिलीट कर दिए गए हैं।
जाँच शुरू होते ही ये फ़ोटो सोशल मीडिया से ग़ायब हो गयी हैं , ये @msisodia और @ArvindKejriwal को दिखाने के लिए ही सम्भाल कर रखी हैं
ये हैं दोषी न० 11 आज की fir में
नाम है दिनेश अरोड़ा
जब से CBI जाँच शुरू हुई ये महोदय देश छोड़ कर चले गए हैं
कैश कलेक्शन ये जनाब ही करते थे pic.twitter.com/T8ABl9Yf7J— Parvesh Sahib Singh (@p_sahibsingh) August 19, 2022
-मनीष सिसोदिया पर दो बड़े आरोप हैं। पहला ये कि नई आबकारी नीति से शराब बेचने वालों को 144.36 करोड़ का फायदा पहुंचाया गया। इस दौरान लाइसेंस फीस माफ कर दी। इसके अलावा आरोप है कि कैबिनेट को भरोसे में लिए बिना और दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर से फाइनल अप्रूवल न लेकर कई बड़े फैसले लिए। बीजेपी ने इस मामले में क्या आरोप लगाए, ये आप नीचे वीडियो में देख सकते हैं।
केजरीवाल ने नई शराब नीति में Credit Note का फार्मूला रखा ताकि क्रेडिट नोट के बदले में Cash मिले और शराब दी जाये ताकि शराब से मिलने वाला Commission सारा Cash में मिले और गड़बड़ी पकड़ी ना जाये लेकिन चोरी पकड़ी गई।
केजरीवाल इस हजारों करोड़ के Liquor Scam का असली MasterMind है। pic.twitter.com/WMKZGff6eV
— Parvesh Sahib Singh (@p_sahibsingh) August 19, 2022
-केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर समेत बीजेपी के नेताओं ने ये सवाल पूछा है कि आखिर सीबीआई जांच का आदेश होने के बाद ही दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति वापस क्यों ली।
-उधर, मनीष सिसोदिया और आप के नेताओं का कहना है कि पहले भी कई बार उसके नेताओं पर छापे पड़ चुके हैं। तब भी कुछ नहीं मिला था और अब भी इन छापों से कुछ नहीं मिलने वाला है।