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Hal Saga: कांग्रेस समेत विपक्ष ने मोदी सरकार पर एचएएल को बर्बाद करने के आरोप का चलाया था कैंपेन, जानिए अब इस कंपनी का हाल

साल 2019 आपको याद तो होगा। उस साल लोकसभा चुनाव होने थे। इससे पहले ही कांग्रेस समेत विपक्ष ने मोदी सरकार पर रक्षा उत्पादन कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को बर्बाद करने का आरोप लगाया था। विपक्ष का आरोप था कि मोदी सरकार के दौर में एचएएल के पास कोई ऑर्डर नहीं है।

नई दिल्ली। साल 2019 आपको याद तो होगा। उस साल लोकसभा चुनाव होने थे। इससे पहले ही कांग्रेस समेत विपक्ष ने मोदी सरकार पर रक्षा उत्पादन कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को बर्बाद करने का आरोप लगाया था। विपक्ष का आरोप था कि मोदी सरकार के दौर में एचएएल के पास कोई ऑर्डर नहीं है और निजी क्षेत्र को फायदा पहुंचाने के लिए एचएएल को खस्ता बनाने की मोदी सरकार कोशिश कर रही है। लोकसभा चुनाव से पहले बाकायदा विपक्ष ने इस बारे में कैंपेन चलाया था। राहुल गांधी ने एचएएल के कर्मचारियों से मुलाकात की थी। उनका कहना था कि एचएएल को राफेल विमान बनाने का ऑर्डर मिलना चाहिए था, लेकिन मोदी सरकार ने ये हक छीन लिया। 2019 में मोदी सरकार जब दोबारा चुनकर केंद्र की सत्ता में आ गई, तो विपक्ष ने एचएएल का मुद्दा भी उठाना छोड़ दिया। आज हम आपको बताते हैं कि पिछले 5 साल में मोदी सरकार ने एचएएल के लिए क्या किया है।

hal share price
पिछले 5 साल में एचएएल के शेयर की कीमत 3000 रुपए से बढ़कर करीब 4000 रुपए हो गई है।

पहले तो ये जान लीजिए कि बीते 5 साल में एचएएल के शेयर की कीमत 5 गुना बढ़ गई है। इसका शेयर करीब 4000 रुपए है। पिछले 5 साल में एचएएल के शेयर में 388.77 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी ने बाकायदा शेयरधारकों को डिविडेंड भी दिया है। जिस एचएएल के बारे में विपक्ष ने लगातार फैलाया कि इस कंपनी को बंद करने का मोदी सरकार ने इरादा किया है, उसे लगातार ऑर्डर भी सरकार दे रही है। एचएएल के पास सरकार की तरफ से 48000 करोड़ रुपए का ऑर्डर है। मोदी सरकार ने 83 तेजस विमान बनाने के लिए ये ऑर्डर दिया है। इस साल मार्च में एचएएल के चीफ सीबी अनंतकृष्णन ने बताया था कि सरकारी कंपनी को 50000 करोड़ के और ऑर्डर मिलने वाले हैं।

rahul gandhi hal
राहुल गांधी ने एचएएल के कर्मचारियों से मिलकर कंपनी को बर्बाद करने का आरोप मोदी सरकार पर लगाया था।

 

अब जरा एचएएल के बारे में ताजा जानकारी भी आपको दे देते हैं। बीते दिनों जब पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका गए थे, तो वहां उन्होंने जीई कंपनी के साथ एमओयू कराया था। इस एमओयू के तहत एचएएल और जीई मिलकर लड़ाकू विमानों के लिए जीई-414 इंजन बनाएंगे। इससे एचएएल को बहुत फायदा होने वाला है। पहली बार है कि एचएएल किसी विदेशी कंपनी के साथ मिलकर हाईटेक लड़ाकू विमान इंजन बनाने जा रहा है। इसके अलावा फ्रांस की कंपनी साफ्रान के साथ मिलकर भी वो लड़ाकू विमान के इंजन बना सकता है। साफ्रान के साथ एचएएल की इस बारे में बात चल रही है। तो कुल मिलाकर कांग्रेस और विपक्ष का ये आरोप धूल में मिल गया है कि मोदी सरकार के दौर में एचएएल की बदहाली हो रही है।