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Asad Killed In Encounter: जानिए कौन हैं यूपी एसटीएफ के वो जांबाज, जिन्होंने माफिया अतीक के बेटे असद और गुलाम को किया ढेर

Asad Killed In Encounter: एनकाउंटर के बारे में यह भी कहा कि यूपी एसटीएफ का एनकाउंटर का इरादा नहीं था, लेकिन सबसे पहले हथियार असद के साथ मौजूद उसके अंगरक्षक गुलाम ने गोली चलाई थी, जिसके बाद यूपी एसटीएफ की ओर से गोली चलाई गई और देखते ही देखते मुठभेड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।

नई दिल्ली। उमेश पाल हत्याकांड मामले में दोषी करार दिया जा चुका अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को आज प्रयागराज कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे और उसके भाई को 7 दिनों की रिमांड पर भेज दिया गया। हालांकि, पुलिस की ओर से 14 दिनों की हिरासत की मांग की गई थी, लेकिन कोर्ट ने महज सात दिनों की रिमांड की मंजूरी दी है। इस बीच अतीक के बेटे असद के एनकाउंटर की खबर आ गई। इस खबर के बाद अदालत में ही अतीक फूट फूटकर रोने लगा। उसकी दुर्गति का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि वो बेसुध भी हो गया। वहीं, उसके भाई अशरफ ने कोर्ट में जज के सामने अपने दोनों हाथ खड़े करके कहा कि जज साहब ये कहां का न्याय है कि मेरे हाथों में हथकड़ी पहनाई जा रही है।

उधर, एनकाउंटर के बारे में यह भी कहा कि यूपी एसटीएफ का एनकाउंटर का इरादा नहीं था, लेकिन सबसे पहले हथियार असद के साथ मौजूद उसके अंगरक्षक गुलाम ने गोली चलाई थी, जिसके बाद यूपी एसटीएफ की ओर से गोली चलाई गई और देखते ही देखते मुठभेड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। वहीं, इस रिपोर्ट में हम आपको एसटीएफ टीम में शामिल उन सभी कर्मियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने इस एनकाउंटर को अंजाम दिया है।

आपको बता दें कि एसटीएफ टीम पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु कुमार शामिल थे। पुलिस उपाधीक्षक विमुल कुमार, निरीक्षक अनील कुमार सिंह, निरीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार, उप निरीक्षक विनय कुमार तिवारी, पंकज तिवारी, सोनू यादव, सुनील कुमार, भुपेंद्र सिंह, अरविंद कुमार और दिलीप कुमार शामिल थे। अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और गुलाम का एनकाउंटर करने वाली एसटीएफ की टीम में कुल 12 सदस्य शामिल थे। टीम में दो डिप्टी एसपी, दो कमांडो, दो इंस्पेक्टर, एक एसआई और पांच हेड कॉन्स्टेबल शामिल थे। ध्यान रहे कि दोनों ही आरोपी पिछले दो माह से फरार चल रहे थे।

दोनों आरोपियों के ऊपर 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। उधऱ, उमेश पाल के परिजनों ने कहा कि मुझे यूपी पुलिस-प्रशासन पर भरोसा था कि मुझे इंसाफ मिलेगा और आज मेरी आत्मा को शांति मिली है कि मेरे बेटे के दोनों ही आरोपी मारे गए हैं, लेकिन उमेश की मां ने योगी सरकार से अन्य़ मामलों में भी इंसाफ की गुहार लगाई है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में इस पूरे मामले में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।