लखनऊ। सियासत के हजार रंग होते हैं ये सभी ने सुना है, लेकिन ऐसा रंग भी होगा ये कभी महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने न देखा होगा और न ही सुना। रंग भी ऐसा कि पैदल हो जाना पड़े। आप सोच रहे होंगे कि भला ऐसा क्या हो गया! हुआ ये है कि यूपी में महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने विधानसभा चुनाव से पहले सपा चीफ अखिलेश यादव से गठबंधन किया था। बीते दिनों मौर्य ने गठबंधन तोड़ दिया। सूत्रों के हवाले से अब खबर ये मिली है कि अखिलेश यादव ने गठबंधन करने पर केशव देव को जो फॉर्च्यूनर कार गिफ्ट दी थी, वो वापस ले ली है। नतीजे में केशव देव पैदल हो गए हैं।
केशव देव मौर्य ने तीन दिन पहले ही राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में सपा की ओर से सीट न दिए जाने पर नाराज होकर गठबंधन से हटने का एलान किया था। विधानसभा चुनाव में भी अखिलेश ने महान दल चीफ की पत्नी और बेटे को ही टिकट दिया था। दोनों ही हार गए थे। उससे भी केशव नाराज थे। हालांकि, केशव देव ने जब सपा का साथ देने का एलान किया था, तो सपा के नेता उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे थे। अखिलेश के चाचा और सपा के महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने पिछले साल 27 अगस्त को सैफई में केशव देव की तुलना भगवान श्रीकृष्ण तक से कर दी थी। उन्होंने कहा था कि यूपी विधानसभा चुनाव में सपा की रथ के सारथी केशव देव हैं।
अब आपको महान दल के बारे में भी बता देते हैं। साल 2008 में पार्टी बनी। 2009 में कांग्रेस के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा। फिर 2014 और 2019 में भी लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हर बार मायूसी मिली। 2012 और 2017 में विधानसभा चुनाव में महान दल उतरा। वहीं, 2022 में सपा के साथ मिलकर यूपी विधानसभा चुनाव में ताल ठोकी, लेकिन केशव देव की पार्टी का फॉर्च्यून यानी किस्मत नहीं बदल सकी और अब फॉर्च्यूनर कार भी गंवानी पड़ी है।