प्रयागराज। उमेश पाल के सनसनीखेज हत्याकांड में पुलिस एक्टिव मोड में है। पुलिस ने पहले हत्याकांड में शामिल रहे अरबाज को मार गिराया था। अब प्रयागराज पुलिस की टीम ने माफिया अतीक अहमद के गैंग में शामिल उस्मान चौधरी उर्फ विजय कुमार को भी मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। उस्मान चौधरी के बारे में अब कई खुलासे हो रहे हैं। उसने उमेश पाल पर पहली गोली चलाई थी। गोली चलाते हुए उस्मान का वीडियो सीसीटीवी में कैद हुआ था। उस्मान उर्फ विजय के बारे में पता चला है कि अतीक अहमद के गिरोह के लोग उसे ‘उस्मान छर्रा’ कहते थे। इसी उस्मान छर्रा को शायद ये निर्देश दिए गए थे कि उमेश पाल जैसे ही अपने घर के सामने कार से उतरें, उनको तुरंत निशाना बना लेना है। उस्मान ने ठीक ऐसा ही किया था।
उस्मान के बारे में ये जानकारी भी सामने आई है कि उसने अहमदाबाद में फ्लैट खरीद रखा था। इस फ्लैट को खास इरादे से खरीदा गया था। अहमदाबाद के इस फ्लैट में उस्मान खुद कम ही रहता था। इस फ्लैट का इस्तेमाल साबरमती जेल में कैद माफिया अतीक अहमद से मिलने वाले करते थे। जो भी साबरमती जेल जाकर अतीक अहमद से मिलता था, वो वहां ठिकाने के तौर पर उस्मान चौधरी के इस फ्लैट का इस्तेमाल करता था। पुलिस ये पता लगा रही है कि उस्मान के अहमदाबाद वाले फ्लैट पर कौन-कौन रहा है और अतीक अहमद से मिला है।
उस्मान के मुठभेड़ में ढेर होने से उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस मुठभेड़ में एक सिपाही भी घायल हुआ है। यूपी के डीजीपी उमेश पाल हत्याकांड की जांच की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। पुलिस और एसटीएफ की 10 टीमें हत्यारों की तलाश में जुटी हैं। 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या कोर्ट से घर लौटने पर की गई थी। गोली मारने के अलावा हत्यारों में से एक गुड्डू मुस्लिम ने बम भी फेंके थे। उसकी तलाश भी तेजी से की जा रही है। इस हत्याकांड में अतीक के बेटे असद का भी नाम है। वो भी फरार है। सभी आरोपियों पर पुलिस ने ढाई-ढाई लाख के इनाम का एलान कर रखा है।