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Uttarkashi Tunnel Rescue Live Update: ऑपरेशन टनल सक्सेस, सभी 41 मजदूर निकाले गए बाहर

Uttarkashi Tunnel Rescue Live: बता दें कि दीवाली के दिन सुरंग के ध्वस्त हो जाने की वजह से सिलक्यारा सुरंग में कई मजदूर फंस गए। जिसके बाद केंद्र और उत्तराखंड सरकार की ओर से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। उधर, पीएम मोदी ने भी इस संदर्भ में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की और अब तक राहत एवं बचाव कार्य के अंतर्गत उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी जुटाई।

नई दिल्ली। उत्तराखंड के उत्तराकाशी सिलक्यारा सुरंग में फंसे करीब 41 मजदूरों को वहां से सकुशल निकालने की कवायद पूरी कर ली गई है। कुछ ही देर में मजदूरों को सकुशल सुरंग से निकाला जा सकता है। बता दें कि दीवाली के दिन सुरंग के ध्वस्त हो जाने की वजह से सिलक्यारा सुरंग में कई मजदूर फंस गए। जिसके बाद केंद्र और उत्तराखंड सरकार की ओर से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। उधर, पीएम मोदी ने भी इस संदर्भ में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की और अब तक राहत एवं बचाव कार्य के अंतर्गत उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी जुटाई।

LIVE UPDATE:-

राहत एवं बचाव कार्य में जुटे लोगों से भी सीएम धामी ने मुलाकात कर उनके साहस की प्रशंसा की।

सुरंग से बाहर निकले पहले मजदूर से सीएम धामी और जनरल वीके सिंह ने गले लगाकर किया स्वागत।

सिलक्यारा सुरंग से अब तक 9 मजदूर निकाल लिए गए हैं।

सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों की सकुशल वापसी के बाद लोग उत्तराकाशी की सड़कों पर खुशी में पटाखा फोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। बता दें कि अब तक पांच मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है और बाकी के 35 मजदूरों को भी सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।

अब तक रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत पांच मजदूर भाइयों को सुरंग से सुरक्षित निकाल दिया गया है।

वहीं, इस संदर्भ में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘”सिल्कयारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है, मलबे के पार पाइप डालने का काम किया जा चुका है। अब मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की तैयारी शुरू कर दी गई है।”

 

सुरंग से बाहर निकलते मजदूरों की पहली तस्वीर भी सामने आ चुकी है। मजदूरों के बाहर निकलते ही बाहर बाट जोह रहे लोगों का उत्साह अपने चरम पर पहुंच गया।

चंद मिनट में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम  सुरंग के अंदर मजदूरों को लाने के लिए पहुंच चुकी है। चंद लम्हों में मजदूर खुली हवा में सांस लेते हुए दिखेंगे।

उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग के ध्वस्त हो जाने की वजह फंसे मजदूरों को सकुशल निकालन में थोड़ा विलंब हो सकता है। बता दें कि ताजा जानकारी खुद एनडीएमए ने अपने बयान में दिया है।

एंबुलेंस के लिए ग्रीन कॉरिडोर तैयार सुरंग से निकले श्रमिकों को ले जाने वाली एंबुलेंस के रास्ते के लिए कॉरिडोर तैयार किया गया है। वहीं, श्रमिकों को बाहर निकलते ही अस्पताल भ भेज दिया गया है। फिलहाल, चिकित्सक उनका उपचार कर रहे हैं।

टनल में खुदाई का कार्य संपन्न हो चुका है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कभी-भी सुरंग में फंसे मजदूरों को सकुशल निकाला जा सकता है। इस संदर्भ में कुछ देर पहले खुद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर भी बात की है। देशवासियों को अब उस पल का इंतजार है, जब सुरंग में फंसे मजदूर बाहर निकलकर खुली हवा में सांस लेंगे।

ताजा सूत्रों से मिली जानाकरी के मुताबिक, उत्तरकाशी सुरंग बचाव | एक एम्बुलेंस को सुरंग के अंदर ले जाया जा रहा है। ताजा अपडेट के मुताबिक 55.3 मीटर तक पाइप डाला जा चुका है।

उधर, क्रिस कूपर का कहना है कि शाम 5 बजे से पहले रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो सकता है। इसके अलावा टनल के अंदर गद्दे और स्ट्रैचर भेज दिए गए हैं।

सिल्क्यारा सुरंग के अंदर गई एंबुलेंस अब बाहर आ गई है। नवीनतम अपडेट के अनुसार, पाइप को 55.3 मीटर तक डाला गया है और एक और पाइप को वेल्ड करके अंदर डाला जाना है।

स्लीकयारा सुरंग के प्रवेश द्वार पर एनडीआरएफ कर्मी। नवीनतम अपडेट के अनुसार, पाइप को 55.3 मीटर तक डाला गया है और एक और पाइप को वेल्ड करके अंदर डाला जाना है।

राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के एमडी महमूद अहमद कहते हैं, “आज एक और पाइप को वेल्ड किया जाना है। हम फिर गंदगी को बाहर निकालेंगे और पाइप को अंदर धकेलेंगे। वेल्डिंग में 1-2 घंटे लगते हैं… ”

वहीं, बचाव स्थल पर दिखीं एंबुलेंस. सेना, एसडीआरएफ और अन्य सभी एजेंसियां ​​घटनास्थल पर मौजूद हैं। नवीनतम अपडेट के अनुसार, पाइप 55.3 मीटर तक डाला गया है।

नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के एमडी महमूद अहमद कहते हैं, “एसजेवीएनएल द्वारा वर्टिकल ड्रिलिंग की जा रही है; कुल 86 मीटर में से 44 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है

वहीं, सिलक्यारा में फंसे श्रमिकों को सकुशल वापसी को लेकर सीएम धामी ने भी बड़ा बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘”पीएम हर दिन श्रमिकों के बारे में विवरण एकत्र करते हैं। आज, उन्होंने श्रमिकों के रिश्तेदारों के बारे में जानकारी मांगी – उनके लिए व्यवस्था, उनके लिए आवास, उनकी स्थिति और अंदर फंसे लोगों की स्थिति। मदद के साथ” प्रौद्योगिकी के अनुसार, 53 मीटर तक पाइप डाला गया है। मुझे लगता है कि दो और पाइप डालने की जरूरत है या शायद उससे पहले ही कोई सफलता मिल जाएगी। उन्हें (प्रधानमंत्री को) सारी जानकारी दे दी गई है…”

माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर कहते हैं, “हम अभी भी खनन कर रहे हैं… हर कोई बहुत उत्साहित और ऊर्जावान है… देखते हैं क्या होता है। हमने ऊर्ध्वाधर ड्रिलिंग बंद कर दी है और ध्यान मैन्युअल ड्रिलिंग पर है…”