इंदौर। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह मुश्किल में फंस गए हैं। एक ट्वीट की वजह से दिग्विजय सिंह के खिलाफ मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में केस दर्ज हुआ है। केस कराने वाले ने आरोप लगाया है कि दिग्विजय सिंह के ट्वीट से समाज में नफरत फैल सकती है। केस दर्ज कराने वाले ने ये भी कहा है कि दिग्विजय सिंह ने न सिर्फ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, बल्कि उसकी भावनाओं को भी ठेस पहुंचाया है। इससे पहले दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट पर संघ परिवार से जुड़े नेताओं ने भी प्रतिक्रिया दी थी और कांग्रेस नेता की तरफ से लगाए गए आरोपों को गलत बताया था।
अब आपको बताते हैं कि पूरा माजरा आखिर क्या है और दिग्विजय सिंह ने क्या ट्वीट किया था। दिग्विजय सिंह ने शनिवार को आरएसएस के पूर्व प्रमुख गुरु सदाशिव माधव गोलवलकर का फोटो लगाकर ये ट्वीट किया था। दिग्विजय ने गुरु गोलवलकर की जो फोटो लगाई थी, उसमें उनका एक कथित बयान भी लिखा था। गोलवलकर की फोटो के साथ लिखा था कि उन्होंने 1940 में कहा था कि सारी जिंदगी अंग्रेजों की गुलामी करने के लिए तैयार हैं, लेकिन जो दलित, पिछड़ों और मुसलमानों को बराबरी का अधिकार देती हो, ऐसी आजादी उनको नहीं चाहिए। केस करने वाले और आरएसएस से जुड़े लोगों के मुताबिक गुरु गोलवलकर ने ऐसा बयान कभी नहीं दिया। देखिए, दिग्विजय सिंह ने क्या ट्वीट किया था।
गुरु गोलवलकर जी के दलितों पिछड़ों और मुसलमानों के लिए व राष्ट्रीय जल जंगल व ज़मीन पर अधिकार पर क्या विचार थे अवश्य जानिए। @INCIndia @INCMP pic.twitter.com/dIYLrGUHQ3
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 7, 2023
दिग्विजय सिंह इससे पहले भी गलतबयानी के मामले में घिर चुके हैं। उन्होंने मुंबई पर 2008 में हुए आतंकी हमले को आरएसएस की साजिश बताया था। इसके अलावा देशविरोधी काम करने वाले जाकिर नाइक के मंच पर भी दिग्विजय सिंह दिखे थे और वहां उसकी तारीफ की थी। अपने कई बयानों की वजह से भी दिग्विजय सिंह विवादों में घिरते रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे दिग्विजय सिंह को एक वक्त में राहुल गांधी का राजनीतिक गुरु भी माना जाता था। वो राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में भी दिखे थे और वहां भी विवादित बयान दिया था।