नई दिल्ली। लद्दाख के पास भारत और चीन के बीच तनाव की स्थिति को देखते हुए आज सुबह 9 बजे दोनों देशों के बीच कमांडर लेवल की मीटिंग होगी। इस बैठक दोनों देशों के रिश्ते तय करेंगे कि यहां से किस तरह दोनों आगे बढ़ते हैं। बता दें कि LAC() पर एक महीने से तनाव जारी है। इसी तनाव को कम करने के लिए ये बैठक कॉर्प कमांडर स्तर की है।
इस बैठक में भारतीय दल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल स्तर के अधिकारी करेंगे। चीन की तरफ से भी चीनी सेना के कमांडर बैठक में होंगे। बैठक में दोनों तरफ से ब्रिग्रेडियर स्तर के एरिया कमांडर भी मौजूद रहेंगे। इस अहम बैठक पर देश ही नहीं दुनिया की भी नजर होगी, क्योंकि अमेरिका भी भारत और चीन के बीच जारी तनाव पर नजर बनाए हुए है।
लद्दाख के चुशूल के सामने मोल्डो में ये बैठक शनिवार सुबह 9 बजे होगी। मोल्डो टकराव की जगह से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अब सबकी नजर इसपर रहेगी कि क्या ये बैठक तनाव कम करने में कारगर साबित हो पाती है। क्योंकि इससे पहले भी भारत और चीन में डिविजनल कमांडर स्तर की बैठक हो चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय पक्ष इस बातचीत में पैंगोंग त्सो, गलवान घाटी और डेमचोक में तनाव कम करने का ठोस प्रस्ताव रख सकता है। पूर्वी लद्दाख के ये वो तीन अहम इलाके हैं जहां करीब एक महीने से दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है। इनमें गलवान में तो परिस्थिति थोड़ी बेहतर हुई है, लेकिन पैंगोंग त्सो को लेकर ज्यादा तनाव है।
दोनों सेनाओं की दूसरी सबसे बड़ी रैंक वाले अफसरों का सीमा विवाद सुलझाने के लिए इस तरह मिलना एक बहुत बड़ी सामरिक और कूटनीतिक घटना है। भारत और चीन के टकराव को सुलझाने की जिम्मेदारी सेना के इन वरिष्ठ अधिकारों के कंधों पर होगी। दोनों लेफ्टिनेंट जनरल विवाद की जगह से 20 किलोमीटर से भी कम दूरी पर पेंगॉन्ग त्सो झील के किनारे पर मिलने वाले हैं।