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LJP: चाचा पशुपति के खिलाफ चिराग दिखाएंगे दम, दिल्ली में आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक

LJP: पशुपति कुमार पारस ने अपने पद को लेकर कहा कि पार्टी के शीर्ष पद पर उनका चुनाव पार्टी के संविधान के तहत है और वो पूरी तरह से वैध था। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि पार्टी के संविधान के हिसाब से चिराग पासवान एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं हैं।

नई दिल्ली। लोक जनशक्ति पार्टी(LJP) में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर रार मची हुई है। एक तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस हैं तो दूसरी तरफ रामविलास पासवान के ही बेटे चिराग पासवान हैं। बता दें कि LJP के नेतृत्व को लेकर दोनों धड़ों में पिछले कुछ दिनों से जंग छिड़ी हुई है। अब ऐसे में रविवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चिराग पासवान ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इस बैठक को बुलाने के पीछे चिराग का मकसद पार्टी के अंंदर अपनी धाक दिखाना है। पार्टी पर नियंत्रण और राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस के साथ विवाद चल रहा है। इस बीच चिराग पासवान ने कहा है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 90 फीसदी से अधिक सदस्य उनके साथ हैं। बता दें कि इस कदम को लोक जनशक्ति पार्टी(LJP) के संस्थापक रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान के समर्थन में ताकत दिखाने के रूप में देखा जा रहा है।

ChiraG Paswan

एलजेपी के एक नेता ने रविवार की बैठक को लेकर कहा कि चिराग पासवान इस कार्यवाही का इस्तेमाल चुनाव आयोग के सामने अपने मामले का समर्थन करने के लिए भी कर सकते हैं। वहीं इस बीच पारस की अगवाई वाले एलजेपी गुट ने शनिवार को पार्टी से संबद्ध सभी निकायों और राज्य इकाइयों को भंग करके एक नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा कर दी। वहीं पारस के अध्यक्ष के रूप में गुट के सभी चार अन्य सांसद कार्यकारिणी में शामिल हैं, जबकि पार्टी के उन कुछ पदाधिकारियों को भी शामिल किया गया है जिन्होंने चिराग पासवान का साथ छोड़कर पारस के गुट में आ गए थे।

वहीं पशुपति कुमार पारस ने अपने पद को लेकर कहा कि पार्टी के शीर्ष पद पर उनका चुनाव पार्टी के संविधान के तहत है और वो पूरी तरह से वैध था। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि पार्टी के संविधान के हिसाब से चिराग पासवान न तो एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और न ही उन्हें संसदीय दल का नेता चुना गया है। कल का चुनाव पार्टी के संविधान के तहत पूरी तरह से वैध था, जिसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।