नई दिल्ली। अभी इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति द्वारा अजान की वजह से नींद में खलल का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि लखनऊ विश्वविद्यालय के हॉस्टल में रहनेवाली छात्राओं को लेकर जारी किया गया एक आदेश सुर्खियों में आ गया। विदित है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने प्रयागराज जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा, जिसमें कहा गया कि मस्जिद के लाउडस्पीकर से गूंजने वाली अजान की आवाज से उनकी नींद में खलल पैदा हो रही है। इस पर कार्रवाई की जाए। इधर महिलाओं के पहनावे को लेकर दिए गए उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत का मामला भी सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। वहीं अब खबर आ रही है कि लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्राओं के कपड़े पर प्रशासन की तरफ से फरमान जारी किया गया है।
लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन का फरमान तिलक महिला छात्रावास में रह रही लड़कियों को लेकर है कि अब घुटनों से ऊपर कपड़े पहनने पर जुर्माना लगेगा, शॉट्स, मिनीस्कर्ट, माइक्रो स्कर्ट पहनने पर इस आदेश में जुर्माने की बात कही गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से वल्गर ड्रेस पर पाबंदी का आदेश जारी किया गया है।
यह मामला तब गर्मा गया जब तिलक महिला छात्रावास के नोटिस बोर्ड पर एक नोटिस नजर आया, इसके बाद से विवाद बढ़ने लगा। इस नोटिस में छात्राओं को होस्टल परिसर में शॉर्ट्स, घुटनों से ऊपर तक कपड़े, मिनीस्कर्ट और माइक्रो स्कर्ट न पहनने को कहा गया है। ऐसा करने पर 100 रुपये जुर्माना लगाने की बात कही गई है।
हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने इससे पल्ला झाड़ लिया है। लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता का कहना है कि यह नोटिस फर्जी है विश्वविद्यालय की तरफ से कोई भी ऐसा आदेश दिशा-निर्देश नहीं जारी किया गया है।