
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में उप चुनाव से पहले ही दलित वोट बैंक को लेकर सियासी पारा चरम पर पहुंच गया है। दलित युवक की मौत के बाद मामले ने ऐसा तूल पकड़ा कि सिंधिया समर्थक और पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इस हमले में मुन्नालाल गोयल की गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई और उन्हें सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें आई हैं।
घटना में घायल होने के बाद मुन्नालाल गोयल बीजेपी के दफ्तर पहुंचे और प्रेस कांफ्रेंस कर अपने ऊपर हुए हमले के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। इस मामले को लेकर मुन्नलाल लाल का सीधा आरोप है कि अनुसूचित जाति वर्ग के वोट पाने के लिए कांग्रेस इस तरह के अनैतिक रास्ते अपना रही है। मुन्नालाल ने कहा कि मुझे जान का खतरा है, विरोधी मुझए जान से भी मार सकते हैं।
हालांकि कांग्रेस ने मुन्नालाल के आरोपों पर पलटवार करते हुए खुद को इस घटना से अलग कर लिया। इस हमले को लेकर कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि, “हमारी विचारधारा गांधीवादी है और हम हिंसा में भरोसा नहीं रखते। मुन्नालाल से जनता खफा है इसलिए यह घटना हुई है।”
दरअसल ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के हुरावली इलाके में पुरानी रंजिश को लेकर दलित छात्र की कुछ लोगों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। इस घटना की जानकारी लगने पर पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल मृतक के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे थे, लेकिन तभी वहां मौजूद कुछ लोगों ने मुन्नालाल की गाड़ी पर अचानक से हमला कर दिया। इस हमले में मुन्नालाल ने खुद को जैसे-तैसे बचाने की कोशिश की, लेकिन इस मामले को लेकर सियासत तेज हो गई और बीजेपी और मुन्नालाल गोयल ने हमले के लिए सीधा आरोप कांग्रेस पर लगा दिया।