नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर के कम होते मामलों के बीच मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। बता दें कि इस मुलाकात में उद्धव ठाकरे पीएम से मराठा आरक्षण, वैक्सीनेशन समेत तमाम मुद्दों पर बात की। पीएम से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरें ने कहा कि, पीएम से मिलने का राजनीति मतलब नहीं निकालना चाहिए। वो हमारे भी प्रधानमंत्री हैं, हम नवाज शरीफ से मुलाकात करके नहीं आ रहे हैं। गौरतलब है पीएम मोदी से मुलाकात करने को लेकर विपक्ष कई तरह के कयास लगा रहा था। हालांकि बैठक के बाद CM उद्धव ठाकरे ने साफ तौर पर कहा कि राजनीतिक तौर पर अब हम उनके साथ तो नहीं हैं, लेकिन इसका ये कतई मतलब नहीं कि हमारा-उनका संबंध टूट गया है। उनसे मुलाकात करना कोई गलत बात नहीं है। उन्होंने कहा कि, मैं कोई ‘नवाज शरीफ’ से मिलने नहीं गया था।
बता दें कि पीएम से मुलाकात करने के बाद सीएम उद्धव ठाकरें ने कहा कि, अगर मैं पीएम से व्यक्तिगत तौर पर मिलता हूं तो इसमें आखिर गलत क्या है? उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना संकट के बीच टीकाकरण की सारी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री ने केंद्र के ऊपर ली है, इसके लिए हम उनको धन्यवाद देना चाहते हैं और अपेक्षा करते हैं कि जो रुकावटें अभी आ रही थीं, वे अब दूर हो जाएंगी और बहुत जल्द सभी का टीकाकरण हो जाएगा।
गौरतलब है कि, उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में 18 से 44 साल के बीच 6 करोड़ लोग थे, इन सभी का वैक्शीनेशन करने के लिए हमें 12 करोड़ वैक्सीन की डोज़ चाहिए थी। लेकिन इसमें हमें सप्लाई में दिक्कत आने लगीं। फिलहाल अब केंद्र ने इसकी जिम्मेदारी खुद पर ली है, ऐसे में हमने प्रधानमंत्री को धन्यवाद किया है। हम आशा करते हैं कि, पूरे देश को जल्द से जल्द वैक्सीन लग जाएगी।
बता दें कि पीएम मोदी से मुलाकात को लेकर कई तरह के सियासी मायने निकाले जा रहे थे लेकिन मीटिंग के बाद उद्धव ठाकरे ने खुद कहा कि, वो हमारे प्रधानमंत्री हैं, उनसे हमारे राजनीति संबंध नहीं हैं लेकिन राजनीति के अलग भी हमारे संबंध हैं। दरअसल माना जा रहा है कि उद्धव ठाकरे सरकार अब केंद्र की मोदी सरकार के जरिए मराठा आरक्षण का हल निकाले का फॉर्मूला तलाशने की तैयारी में है।