मुंबई। महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हुसैन दलवई ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में विवादित बयान दिया है। कांग्रेस के नेता हुसैन दलवई ने आरएसएस को आतंकवादी संगठन बताया है। उन्होंने हिंदुत्व को भी आतंकवादी बताया। हुसैन दलवई ने कहा कि सरदार पटेल ने जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को चिट्ठी लिखकर कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या के बाद आरएसएस ने मिठाई बांटी। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता हुसैन दलवई ने कहा कि महाराष्ट्र की संत परंपरा है। जो सबको साथ लेकर चले हैं। ऐसे में हिंदू को आतंकवादी नहीं कह सकते, लेकिन हिंदुत्व और हिंदू अलग-अलग हैं। हुसैन दलवई के आरएसएस को आतंकवादी कहे जाने पर कांग्रेस के सांसद मणिक्कम टैगोर और प्रवक्ता उदित राज ने भी प्रतिक्रिया दी है। वहीं, हुसैन दलवई के इस बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने जोरदार पलटवार किया है।
Congress leader Husain Dalwai says: ‘RSS is a terrorist organization’.
We all know that #RSS spreads hate & is a symbol of hate: @manickamtagore speaks to @Niyamikas@anchoramitaw further takes us through the war of words between U.P CM Yogi Adityanath & Mallikarjun Kharge.… pic.twitter.com/6BTVBOjNlh
— TIMES NOW (@TimesNow) November 14, 2024
बीते दिनों ही अपने एक भाषण में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले बयान की तुलना आतंकवाद से की थी। इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने पलटवार करते हुए कहा था कि निजाम की रजाकार सेना ने मल्लिकार्जुन खरगे के घर को जला दिया था और उनकी मां और बहन की हत्या तक कर दी थी। आरएसएस पर पहली बार किसी कांग्रेस नेता ने हमला नहीं बोला है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गांधी भी लगातार आरएसएस पर निशाना साधते रहे हैं। जिसकी वजह से आरएसएस के एक कार्यकर्ता ने राहुल गांधी पर मानहानि का केस भी कर रखा है।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव की वोटिंग होनी है। 18 नवंबर की शाम 5 बजे प्रचार बंद होना है। इससे ठीक पहले हुसैन दलवई की तरफ से आरएसएस को आतंकवादी बताए जाने को निश्चित तौर पर बीजेपी के बड़े नेता अपने चुनाव प्रचार के दौरान उठाकर कांग्रेस को घेरने की कोशिश करेंगे। महाराष्ट्र के ही नागपुर में आरएसएस का मुख्यालय भी है। वहां आरएसएस के स्वयंसेवकों की भी अच्छी संख्या है। ऐसे में आरएसएस को सीधे आतंकवादी कहे जाने से कांग्रेस को चुनाव में दिक्कत भी हो सकती है।