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Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा में बड़ा नक्सली हमला, IED ब्लास्ट में सीआरपीएफ की कोबरा 201 बटालियन के 2 जवानों की मौत

Chattisgarh: सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण जी. चव्हाण ने दावा किया कि नक्सली भारतीय अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे थे। यह जब्ती कोराजगुडा गांव के पास हुई, जहां सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम ने शनिवार को तलाशी अभियान चलाया था। चव्हाण ने इस अभियान को नक्सल विरोधी अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता बताया और इस बात पर जोर दिया कि राज्य तीन दशकों से इस मुद्दे से जूझ रहा है।

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले सुकमा से एक बड़ी घटना की खबर मिली है। IED ब्लास्ट में कोबरा 201 बटालियन के दो सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, जगरगुंडा थाना क्षेत्र में सिलगेर और टेकुलागुडेम के बीच यह विस्फोट हुआ। जवान अपने कैंप में राशन ले जा रहे थे, तभी नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर ट्रक को उड़ा दिया। विस्फोट स्थल से शहीद जवानों के शवों को निकालने के प्रयास जारी हैं।

नकली नोटों का बड़ा जखीरा जब्त

इसी घटनाक्रम में, सुकमा जिले में सुरक्षा बलों ने बड़ी मात्रा में नकली नोट और इन नकली नोटों को छापने के लिए नक्सलियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण जब्त किए हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में पहली बार नक्सलियों द्वारा छापे गए इतनी बड़ी मात्रा में नकली नोट जब्त किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि नक्सली इन जाली नोटों का इस्तेमाल बस्तर के ग्रामीण इलाकों के साप्ताहिक बाजारों में ग्रामीणों को धोखा देने के लिए कर रहे थे।

सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण जी. चव्हाण ने दावा किया कि नक्सली भारतीय अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे थे। यह जब्ती कोराजगुडा गांव के पास हुई, जहां सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम ने शनिवार को तलाशी अभियान चलाया था। चव्हाण ने इस अभियान को नक्सल विरोधी अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता बताया और इस बात पर जोर दिया कि राज्य तीन दशकों से इस मुद्दे से जूझ रहा है। चव्हाण ने विस्तार से बताया कि संयुक्त अभियान में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 50वीं बटालियन, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और बस्तर फाइटर्स के जवान शामिल थे। उन्होंने खुलासा किया कि नक्सली सुकमा जिले के मेलसूर, कोराजगुडा और दंतेशपुरम जैसे इलाकों में जाली नोट छापने में शामिल थे। सुरक्षा बलों को देखते ही नक्सली अपने उपकरण छोड़कर घने जंगल में भाग गए।


तलाशी के दौरान सुरक्षा बलों ने 50, 100, 200 और 500 रुपये के नकली नोटों की बड़ी मात्रा जब्त की। इसके अलावा, उन्होंने दो प्रिंटिंग मशीन, एक इन्वर्टर मशीन, 200 बोतल स्याही, चार प्रिंटर कार्ट्रिज, नौ प्रिंटर रोलर्स, चार्जर और बैटरी के साथ छह वायरलेस सेट बरामद किए। चव्हाण ने दो बंदूकें, बड़ी मात्रा में विस्फोटक, अन्य सामग्री और नक्सली वर्दी जब्त किए जाने की भी सूचना दी।