नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार बंद होने से पहले से ममता बनर्जी ने मतदाताओं को लुभाने के लिए नंदीग्राम में गोत्र कार्ड खेला। उन्होंने नंदीग्राम में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनका गोत्र शांडिल्य है, जिसके बाद चुनावों के बीच राज्य में राजनीति गर्मा गई है। ऐसे समय में जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी हिंदुत्ववादी छवि के साथ ऐसे राज्य को जीतने के लिए प्रयासरत है, जहां उसे पहले कभी जीत नहीं मिली है, अब ममता दीदी भी बंगाली गौरव के साथ प्रचार अभियान में हिंदू ब्राह्मण का कार्ड खेल रही हैं।
ममता बनर्जी को हर प्रकार से चुनावी लाभ हो सके, इसलिए उनकी हिंदू ब्राह्मण पहचान को आठ चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव में दूसरे दौर के बीच तेज गति से बढ़ाया जा रहा है। ममता हाईप्रोफाइल नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ रही हैं, जहां उनका मुकाबला उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से भाजपा में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी से है।
भाजपा ने ममता की टिप्पणी पर पलटवार किया और कहा कि इससे पता चलता है कि हार निश्चित है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ममता हताशा में अपने गोत्र की घोषणा कर रही हैं।
मुझे तो कभी गोत्र बताने की ज़रूरत नहीं पड़ी, मैं तो लिखता हूं। लेकिन ममता बनर्जी चुनाव हारने के डर से गोत्र बताती हैं। ममता बनर्जी अब आप मुझे बात दीजिए कि कहीं रोहिंग्या और घुसपैठियों का गोत्र भी शांडिल्य तो नहीं है। उनका हारना तय है: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह https://t.co/gpPSDGQAKM pic.twitter.com/nB7TOpFvys
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 30, 2021
सिंह ने कहा, “मुझे यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि मेरा गौत्र क्या है, क्योंकि मैं इसे लिखता हूं। लेकिन वह चुनाव हारने के डर से कह रही हैं। ममता बनर्जी, कृपया मुझे बताएं कि क्या रोहिंग्या और घुसपैठिए भी शांडिल्य गोत्र के हैं? उनकी हार निश्चित है।”
शिखा/चुटिया हिंदुस्तान की सनातन सभ्यता और संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है और वोट की खातिर सनातन को गाली देना उचित नही है।
रोहिंग्या के पैर धोते रहिये …जल्द ही हिदुस्तान जवाब मांगेगा । https://t.co/M6UtCvN2Pc— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) March 31, 2021
गिरिराज सिंह के जवाब में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, “केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह कहते हैं कि ममता का गोत्र रोहिंग्याओं का है। हमें इस पर गर्व है। ये चुटियावाले राक्षस गोत्र से तो वे कहीं बेहतर हैं।”
Union Minister Giriraj Says Mamata’s from ‘Rohingya Clan’
Proud of it.
Far better than being from the Chotiwala Rakshasa Clan!
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) March 31, 2021
पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के लिए 1 अप्रैल को मतदान है, लेकिन उससे पहले ही गोत्र को लेकर बंगाल की सियासत गर्म हो गई है। ममता बनर्जी ने जहां मंगलवार को अपना गोत्र बताया था, जिसके बाद गिरिराज सिंह से लेकर असदुद्दीन ओवैसी तक ने बयान दे डाला है।
ममता दीदी, अब तो पता करना होगा कि रोहिंग्या और घुसपैठियों का भी गोत्र शांडिल्य है क्या?
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) March 30, 2021
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा है कि आखिर उन जैसे नेता क्या करें जो शांडिल्य नहीं हैं और जनेऊधारी भी नहीं हैं।
रोहिंग्या को वोट के लिए बसाने वाले, दुर्गा/काली पूजा रोकने वाले, हिंदुओ को अपमानित करने वाले, अब हार के ख़ौफ़ से गोत्र पर उतर गए।
“शांडिल्य गोत्र” सनातन और राष्ट्र के लिए समर्पित है, वोट के लिए नहीं ।— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) March 30, 2021
ओवैसी ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा, “मेरे जैसे लोगों को क्या होना चाहिए, जो शांडिल्य या जनेऊधारी नहीं हैं, देवताओं के भक्त नहीं हैं, चालीसा या किसी चीज का पाठ नहीं करते हैं? हर पार्टी को लगता है कि उसे जीतने के लिए अपनी हिंदू साख दिखानी होगी। अनैतिक, अपमानजनक। ..और यह सफल भी नहीं होगा।”
दूसरे चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार के आखिरी दिन ममता बनर्जी ने एक रैली में अपना गोत्र बताया था। उन्होंने कहा था कि उनका गोत्र शांडिल्य है, लेकिन उन्होंने कई जगह मां-माटी-मानुष बताया है।
मुख्यमंत्री ने कहा था, “दूसरे चरण के लिए प्रचार के दौरान मैंने एक मंदिर गई, जहां पर पुजारी ने मुझसे मेरा गोत्र पूछा। मैंने उन्हें मां-माटी-मानुष बताया। यह मुझे उसकी याद दिलाता है, जब मैं त्रिपुरा के त्रिपुरेश्वरी मंदिर गई थी और वहां पर भी पुजारी ने मुझसे मेरा गोत्र पूछा था। उस दौरान भी मैंने मां-माटी-मानुष ही बताया था। वास्तव में मेरा गोत्र शांडिल्य है।”