नई दिल्ली। दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में आज आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान ईडी ने हाईकोर्ट में कहा कि वो जल्द ही अपनी अगली चार्जशीट दाखिल करेगी जिसमें आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाया जाएगा। अब अगर ईडी ने आप को भी आरोपी बना दिया और दोष साबित हो गए तो सवाल ये उठता है कि ऐसे में पार्टी का भविष्य क्या होगा?
कानून के जानकारों के मुताबिक भारतीय दंड संहिता में भी प्रावधान है कि लोगों के समूह को भी आरोपी व्यक्ति की तरह पेश किया जा सकता है। ऐसे में आम आदमी पार्टी को एक बॉडी आफ पर्सन मानते हुए आरोपी बनाया जा सकता है। अगर ये साबित हो जाता है कि आम आदमी पार्टी आपराधिक गतिविधि में शामिल रही है तो चुनाव आयोग उसके राष्ट्रीय पार्टी के दर्जे को खत्म कर सकता है। साथ ही पार्टी के सिंबल को भी छीन सकता है। संभवत: देश में ये पहला ऐसा मामला होगा जब किसी अपराध के लिए राजनीतिक पार्टी को आरोपी बनाया जाएगा।
यादि आम आदमी पार्टी पर दोषसिद्ध होने के बाद चुनाव आयोग के द्वारा कोई कार्रवाई की जाती है तो यह निश्चित तौर पर पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए एक बहुत ही बड़ा झटका साबित होगा जो खुद पहले से ही इस मामले में बुरी तरह घिरे हुए हैं। आपको बता दें कि इससे पहले अक्टूबर 2023 में सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आप नेता मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ईडी से सवाल किया था कि अगर मनी लॉन्ड्रिंग के पैसे का उपयोग गोवा के चुनाव में हुआ तो उसका सीधा फायदा आम आदमी पार्टी को हुआ, तो फिर अभी तक पार्टी को आरोपी क्यों नहीं बनाया गया।