
मानसा। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस की वजह से लगातार चल रहे कर्फ्यू के कारण पुलिस लोगों को हर तरह की सुविधा मुहैया कराने के लिए काम कर रही है। पुलिस महकमा हर कार्य को लॉकडाउन के नियमों के तहत कर रहा है। पुलिस लोगों के साथ बेहतर संवाद स्थापित कर उनसे जुड़ रही है। इसकी सबसे बेहतर मिसाल है पंजाब के जिला मानसा की पुलिस, जो लोगों के लिए एक मिसाल पैदा कर रही है।
जहां मानसा पुलिस ने लोगों को इस बीमारी से बचाने के लिए प्रयास किये हैं वहीं दूसरी तरफ स्कूली बच्चों को ऑनलाइन क्लास की सुविधा और घर घर जाकर किताबें वितरित कर रही है। इसके साथ ही किसानों को सेल्फ ग्रुप बनाकर गेहूं की नाड ना जलाने के लिए भी प्रेरित कर रही है। मनसा पुलिस का ये काम हर तरफ चर्चाओं में है। ये कोरोनायोद्धा अब गांव और शहरों में बुजुर्ग विधवा और विकलांगों को घर घर जाकर पेंशन देने का काम करना शुरू कर चुके हैं। मानसा के इन सेवक पुलिसकर्मियों ने आज बहुत सारे गांव में घर घर जाकर पेंशन देने का प्रोग्राम चलाया।
गौरतलब है कि पंजाब में पुलिस को इससे पहले किसी और नजरिए से देखा जा रहा था, मगर जब से कोरोना वायरस के कारण पंजाब में कर्फ्यू लगा है तभी से पंजाब पुलिस का नया रूप देखने को मिल रहा है। इसमें सबसे ऊपर जो नाम आ रहा है वो मानसा पुलिस का, जो कि उनकी अनोखी पहल का नतीजा है।
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ਥਾਣਾ ਬਰੇਟਾ ਦੇ ਪਿੰਡ ਅਕਬਰਪੁਰ ਖੁਡਾਲ ਵਿਖੇ ਦੋੋ ਬੱਚਿਆਂ ਅਤੇ ਪਿੰਡ ਜੋੋਗਾ ਵਿਖੇ ਇੱਕ ਬੱਚੇ ਦੇ ਪਹਿਲੇ ਜਨਮ ਦਿਨ ਮੌੌਕੇ ਮਾਨਸਾ ਪੁਲਿਸ ਨੇ ਭੇਜੇ ਕੇਕ..@PunjabPoliceInd pic.twitter.com/XALeREVg73— MANSA Police (PUNJAB) (@pp_mansa) April 29, 2020
अगुवाई में लोगों को लगातार नई-नई सुविधाएं देने में जुटी हुई है । जिस दिन से से कर्फ्यू लगाया गया है पुलिस गरीब और जरूरतमंद लोगों को राशन और खाना पहुंचाने का काम कर रही है।
इसके साथ ही मानसा पुलिस ने बहुत सारे सेल्फ ग्रुप चला कर गांव को सैनिटरीज करने के लिए प्रयास किए और गांव और शहर के मोहल्लों को सील कर सेल्फ कर्फ्यू भी लगाने की शुरुआत भारत में सबसे पहले मानसा से ही हुई थी। एसएसपी नरेंद्र भार्गव ने किसानों का एक ग्रुप बनाकर गेहूं की नाड़ ना जलाने का संकल्प भी कराया। इसके अलावा कर्फ्यू के कारण बैंकों के आगे जो लंबी-लंबी कतारें लगती थी, उनके निवारण के लिए भी मानसा पुलिस ने काम किया। इस मौसम में तेज पड़ती धूप के कारण जहां गर्मी का पारा ऊपर रहता था तो चंद रुपए की खातिर बुजुर्ग और विकलांग बैंक की लंबी लाइनों में लगने को मजबूर खड़े रहते थे। मगर मानसा पुलिस ने इससे निपटने के लिए एक बड़ा कदम उठाया, जिसके तहत मानसा पुलिस ने खुद इन लोगों के घर के द्वार पर जाकर पेंशन बांटने का काम शुरू करवा दिया।
मानसा के एसएसपी डॉक्टर नरेंद्र भार्गव ने अब बुजुर्ग विधवा और विकलांगों को उनकी पेंशन उनके घर जाकर देने की शुरुआत कर दी है। जिसका मानसा के करीब ढाई सौ गांव लाभ उठा रहे हैं। इस बारे में गांव के लोगों ने बताया कि मानसा के एसएसपी की विशेष प्रयास से अब उन्हें बैंक की कतारों में नहीं लगना पड़ता और इसी पेंशन से वह घर का गुजारे लायक सामान खरीद सकते हैं। बुजुर्गों के चेहरे पर अलग तरह की मुस्कान है जो मानसा पुलिस के सभी नेक कार्यों को बयान कर रही है।
मानसा पुलिस की इतनी तारीफ होने के पीछे कई बड़े कारण हैं। जैसे कि मानसा पुलिस ने प्रत्येक गांव में एक बीपीओ विलेज पुलिस ऑफिसर नियुक्त किया हुआ है जो गांव की किसी भी मुश्किल का निपटारा करता है जिसके चलते लोगों ने अपनी पेंशन वाली मुश्किल बीपीओ को बताई तो उन्होंने एसएसपी मानसा के ध्यान में यह मामला लाकर बुजुर्गों और जरूरतमंद लोगों की पेंशन उनके घर जाकर देने की शुरुआत कर दी। गौरतलब है कि इस लॉकडाउन की वजह से लोग जब अपने घरों में कैद हैं तो ऐसे में बाहर ड्यूटी पर तैनात पुलिस महकमे की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है।