नई दिल्ली। विभिन्न राज्य 15 अक्टूबर के बाद मौजूदा स्थिति को देखते हुए स्कूल खोलने का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। इसी को देखते हुए शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) ने स्कूल खोले जाने को लेकर एक एसओपी तैयारी की है। एसओपी का पहला हिस्सा स्वास्थ्य, सफाई और सुरक्षा के बारे में है। दूसरे हिस्से में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए पढ़ने-पढ़ाने पर जोर दिया गया है। गौरतलब है कि कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के प्रसार पर रोक लगाने के लिए लगाए गए लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से देशभर के स्कूल-कॉलेज पिछले छह महीने से बंद पड़े हैं।
दिशा-निर्देशों के अनुसार छात्र अभिभावकों की लिखित अनुमति के बाद ही स्कूल जा सकेंगे। उपस्थिति के नियमों में लचीलापन रहेगा। छात्र स्कूल जाने के स्थान पर ऑनलाइन क्लासेज का भी चयन कर सकेंगे। मंत्रालय ने छात्रों के मूल्यांकन के लिए कागज-कलम से होने वाले टेस्ट के स्थान पर सिखाने वाली प्रक्रिया को अपनाने की बात कही है। स्कूल खुलने के दो से तीन सप्ताह तक कोई मूल्यांकन नहीं होगा। ऑनलाइन लर्निंग को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
Here are the highlights:
As per para -1 of @HMOIndia‘s order no. 40-3/2020-DM-I(A) dated 30.09.2020 for reopening, States/UT Governments may take a decision in respect of reopening of schools and coaching institutions after 15th Oct in a graded manner. #SchoolGuidelines pic.twitter.com/JLfJ97qJsF
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) October 5, 2020
बता दें कि 30 सितंबर को अनलॉक 5 के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी की थी, जिसमें यह कहा गया था कि 15 अक्तूबर के बाद स्कूलों को खोलने पर विचार किया जा सकता है। लेकिन साथ ही मंत्रालय ने यह भी कहा था कि आनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी और किसी भी विद्यार्थी को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जायेगा।