रांची। एक कहावत है- गए थे हरि भजन को, ओटन लगे कपास। यही हाल अब रांची से सांसद रहे रामटहल चौधरी का है। रामटहल चौधरी अब पछता रहे हैं। रामटहल चौधरी बीजेपी से 5 बार रांची के सांसद रहे। इस बार बीजेपी छोड़कर रामटहल चौधरी कांग्रेस में गए थे, लेकिन कांग्रेस में उनको जोर का झटका लग गया। अब रामटहल चौधरी कांग्रेस से भी ‘टलने’ का मन बना चुके हैं। हिंदी न्यूज चैनल ‘न्यूज18’ की खबर के मुताबिक रामटहल चौधरी को उम्मीद थी कि कांग्रेस उनको रांची से टिकट देगी, लेकिन पार्टी ने उनकी जगह कांग्रेस के दिग्गज नेता सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय को प्रत्याशी बना दिया। यानी रामटहल चौधरी के साथ कांग्रेस में बड़ा कांड हो गया!
राँची से बड़ी खबर
काँग्रेस छोड़ेंगे रामटहल चौधरी, टिकट नहीं मिलने से हैं नाराज। #Ranchi #Congress pic.twitter.com/zyh36ZMX9t
— News18 Jharkhand (@News18Jharkhand) April 27, 2024
न्यूज चैनल से रामटहल चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने ही उनको बुलाया था और हर आदमी जानता है कि कांग्रेस से टिकट पाने के लिए ही वो उसमें शामिल हुए थे। रांची से 5 बार सांसद रहे रामटहल का कहना है कि प्रदेश प्रभारी ने दिल्ली बुलाया और कांग्रेस ज्वॉइन कराई। उनका कहना है कि सोचा कि शायद टिकट कन्फर्म हो गया। अगर टिकट नहीं देना होता, तो ज्वॉइन भी नहीं कराते। रामटहल चौधरी का आरोप है कि कांग्रेस आलाकमान ने उनसे कहा कि आपके बारे में सही फीडबैक मिल रहा है। रांची से सांसद रहे रामटहल ने कहा कि कांग्रेस में उनसे कहा गया कि राहुल गांधी की सोच के हिसाब से भी आपको टिकट मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
रामटहल चौधरी ने कहा कि उनकी उम्र झोला ढोने की नहीं है और झोला ढोने के लिए वो कांग्रेस में नहीं गए थे। उन्होंने कहा कि जहां मान और सम्मान मिलेगा, वहां जाऊंगा। रामटहल ने कहा कि अगर टिकट नहीं देना था, तो सोच-समझकर बुलाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि हमें टिकट मिलने की सूचना से समर्थकों में भी उत्साह था। माहौल भी ऐसा बन चुका था कि हर कोई साथ होता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोड़ने जा रहे हैं। अभी चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर बाद में फैसला लेंगे।