नई दिल्ली। करीब छह महीने बाद होने जा रहे यूपी विधानसभा चुनाव को दोबारा जीतने के लिए बीजेपी ने कमर कस ली है। बैठकों का दौर जारी है। इसी बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने यूपी की विधानसभा में जबरदस्त बहुमत हासिल करने की बढ़िया योजना तैयार कर ली है। इंतजार अब 2022 का है। पिछले दो दिन से दिल्ली में यूपी से चुने गए लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की बैठक चल रही थी। छह क्षेत्रों के सांसदों की बैठक में विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीति में से एक को अंतिम रूप दिया जा चुका है। इन बैठकों में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, योगी आदित्यनाथ, यूपी बीजेपी प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह और यूपी संगठन महामंत्री सुनील बंसल मौजूद थे।
यूपी विधानसभा में 403 सीटें हैं। यानी बहुमत का आंकड़ा 202 है। फिर भी बीजेपी हर हाल में 300 से 325 सीटें जीतना चाहती है। इसे देखते हुए सभी सांसदों को टास्क दिया गया है और संसद के मॉनसून सत्र के बाद उन्हें ये टास्क पूरा करना होगा। सूत्रों के मुताबिक सभी सांसदों से कहा गया है कि वे अपने संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले 7-8 विधानसभा सीटों का दौरा करेंगे और आम लोगों से मिलकर बीजेपी की ओर से लाई गई योजनाओं की जानकारी देंगे। इसके अलावा आम लोगों के काम भी अपने स्तर पर हर हाल में पूरा कराएंगे।
वहीं, यूपी से मोदी सरकार में मंत्रियों को सांसदों के मुकाबले बड़ा टास्क दिया गया है। ऐसे हर मंत्री को 25 विधानसभा सीटों पर जाना होगा और पार्टी को जिताने के लिए काम करना होगा। बीजेपी का इरादा है कि चुनाव से पहले ही सभी सांसद और मंत्री अपने इलाकों को पूरी तरह मथ डालें। ताकि पार्टी हर हाल में विधानसभा सीटों में से ज्यादातर पर काबिज होकर विपक्ष की कमर पूरी तरह तोड़ सके।
बता दें कि बीजेपी ने तय किया है कि वह हिंदुत्व के रथ पर सवार होकर विधानसभा चुनाव के जंग में उतरेगी। जिसमें उसका हथियार विकास, अपराध पर लगाम और भ्रष्टाचार मुक्त शासन-प्रशासन होगा। यही मुख्य तीन वादे हैं, जिन्हें बीजेपी ने 2017 के चुनाव में किया था और इन सभी को उसने यूपी में पूरा कर दिखाया है।