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MP Cabinet: ‘सिंधिया के चरणों में मोहन यादव के मंत्री..’ मंत्रिमंडल में शामिल हुए प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जब लेटकर छुए ज्योतिरादित्य के पैर

MP Cabinet: प्रद्युम्न सिंह तोमर और सिंधिया के बीच की ये तस्वीर सामने आना कोई अचंभित करने वाली बात इसलिए भी नहीं है क्योंकि प्रद्युम्न सिंधिया का व्यक्तिगत तौर पर बेहद सम्मान करते हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर ये तस्वीर जमकर वायरल हो रही है और विपक्षी दलों ने इसको लेकर प्रद्युम्न सिंह तोमर और सिंधिया पर तंज कसना भी शुरू कर दिया है।

नई दिल्ली। सोमवार को मध्य प्रदेश में मोहन यादव के नेतृत्व में एमपी के नए मंत्रिमंडल ने शपथ ग्रहण की। इस मंत्रिमंडल में भारतीय जनता पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने पूरी तरह से जातीय समीकरणों को साधने का प्रयास किया है। लेकिन आज जब सिंधिया भोज एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उनके स्वागत करने पहुंचे प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कुछ ऐसा किया जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है।  यहां  प्रद्युम्न सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़ा एक दिलचस्प वाकया हुआ। मोहन यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने से पहले प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने घुटने के बल बैठकर उनके पैरों में अपने सिर रख दिया जिसे देखकर सिंधियां ने तुरंत उन्हें झुककर उठाया। भोपाल हवाई अड्डे पर हुई इस घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं।

सिंधिया के बेहद करीबी लोगों में माने जाते हैं प्रद्युम्न सिंह तोमर..

प्रद्युम्न सिंह तोमर और सिंधिया के बीच की ये तस्वीर सामने आना कोई अचंभित करने वाली बात इसलिए भी नहीं है क्योंकि प्रद्युम्न सिंधिया का व्यक्तिगत तौर पर बेहद सम्मान करते हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर ये तस्वीर जमकर वायरल हो रही है और विपक्षी दलों ने इसको लेकर प्रद्युम्न सिंह तोमर और सिंधिया पर तंज कसना भी शुरू कर दिया है। लेकिन ये ध्यान रखना जरूरी है कि प्रद्युम्न सिंह तोमर को सिंधिया के काफी करीबी लोगों में गिना जाता है।

कैसा रहा है प्रद्युम्न सिंह तोमर का राजनीतिक करियर?

प्रदुम्न सिंह तोमर का राजनीतिक इतिहास शिवराज सिंह चौहान सरकार से रहा है, जहां उन्होंने ऊर्जा मंत्री के रूप में कार्य किया था। वह 2018 में कमल नाथ के नेतृत्व में बनी कांग्रेस सरकार में भी मंत्री थे। तोमर को ज्योतिरादित्य सिंधिया का कट्टर समर्थक माना जाता है, जो 2020 में कांग्रेस छोड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे। उसी वर्ष, तोमर ने पहले कांग्रेस के टिकट पर और बाद में भाजपा के टिकट पर ग्वालियर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।