
नई दिल्ली। संसद का मॉनसून सत्र आज से है। मॉनसून सत्र 11 अगस्त तक चलना है। इस दौरान सरकार ने 31 बिल लाने का फैसला किया है। इन बिल में दिल्ली में ट्रांसफर और पोस्टिंग के लिए लेफ्टिनेंट गवर्नर को दिए अधिकार संबंधी अध्यादेश वाला भी है। विपक्ष इस बिल के अलावा वन संबंधी संशोधन बिल का भी विरोध कर रहा है। वहीं, संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले बुधवार को मणिपुर में निर्वस्त्र कुकी महिलाओं को परेड कराने और रेप करने का वीडियो सामने आया। इस वीडियो को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा मचने के पूरे आसार हैं।
सरकार ने सर्वदलीय बैठक में मणिपुर पर चर्चा कराने की विपक्ष की मांग मान ली थी। वहीं, बुधवार को कुकी महिलाओं का वीडियो आ गया। ये घटना 4 मई की बताई जा रही है। मणिपुर पुलिस ने देर रात घटना के बारे में बयान जारी किया है। मणिपुर पुलिस ने बताया है कि 2 कुकी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने संबंधी मामले में रेप और हत्या का केस दर्ज किया गया है। हालांकि अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि इस शर्मनाक घटना के आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश चल रही है। वहीं, विपक्ष इस मामले में मणिपुर सरकार के इस्तीफे की मांग पर अड़ गया है। अब देखना ये है कि सरकार मणिपुर पर चर्चा करा पाती है या संसद के मॉनसून सत्र का पहला दिन हंगामे में धुल जाता है।
संसद सत्र के दौरान दिल्ली संबंधी अध्यादेश के बारे में बिल लाने का भी विपक्ष ने जमकर विरोध करने का एलान कर दिया है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था कि दिल्ली सरकार के तहत जो भी अफसर आते हैं, उनका ट्रांसफर और पोस्टिंग का हक लेफ्टिनेंट गवर्नर नहीं, सरकार का है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटने के लिए अध्यादेश जारी कर लेफ्टिनेंट गवर्नर को फिर से ट्रांसफर-पोस्टिंग का हक दे दिया। इसी का विरोध हो रहा है। हालांकि, राज्यसभा में नेता सदन और मोदी सरकार में मंत्री पीयूष गोयल ने दावा किया है कि ये बिल संसद से आसानी से पास होगा।