नई दिल्ली। पूर्व विधायक और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत गुरुवार की देर शाम हो गई थी। मुख्तार अंसारी की मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई थी लेकिन माफिया की मौत पर कई तरह के सवाल किए जा रहे हैं क्योंकि मौत से पहले परिवार लगातार शक जता रहा था कि अंसारी की जान को खतरा है और उसे जहर देकर मारा जा सकता है। आज मुख्तार अंसारी का शव उनके पैतृक गांव पहुंच गया है, जहां उसे सुपुर्द-ए-खाक करने की तैयारी हो रही है।
#WATCH | Gangster-politician Mohammad Shahabuddin’s son Osama (in light blue kurta) has reached Mohammadabad in Ghazipur district to take part in the burial rituals of Mukhtar Ansari#UttarPradesh pic.twitter.com/EvoPbIIMxO
— ANI (@ANI) March 30, 2024
ग्लास के चेंबर में मुख्तार अंसारी
मुख्तार अंसारी का शव उसके पैतृक गांव गाजीपुर पहुंच चुका है, जहां शव को कांच के चेंबर में रखा गया है और गांव और घर परिवार के लोग इकट्ठा भी हो गए हैं। बेटे के जनाजे में पिता अब्बास अंसारी ने कोर्ट से इजाजत ली है, लेकिन कोर्ट ने सुनवाई का हवाला देते हुए जनाजे में शामिल होने की अनुमति नहीं दी है। बताया जा रहा है कि मुख्तार अंसारी के शव को उसकी मां की क्रब के पास में दफनाया जाएगा। मौके पर पुलिस ने गांव और कब्रिस्तान में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए हैं। गांव के चारों तरफ बैरिकेडिंग भी लगा दिए हैं और पैतृक घर पर भारी मात्रा में पुलिस को भी तैनात कर दिया गया है।
#WATCH | Ghazipur, UP: People in huge numbers gathered outside the Mohammadabad residence of gangster-turned-politician Mukhtar Ansari, who died of cardiac arrest on Thursday night at Banda Medical College.
Mukhtar Ansari will be laid to rest in Mohammadabad of Ghazipur… pic.twitter.com/lR1GJAI4rN
— ANI (@ANI) March 30, 2024
10 बजे सुपुर्द-ए- खाक होगा मुख्तार का शव
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो 10 बजे मुख्तार के शव को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। जनाजे में परिवार के लोग ही शामिल होंगे। पुलिस ज्यादा भीड़ को इकट्ठा होने से रोकेगी।बता दें कि मुख्तार अंसारी पर रंगदारी से लेकर हत्या में शामिल होने के आरोप थे। वैसे मुख्तार अंसारी राजनीतिक परिवार से ही आते है, जहां उनके नाना ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान को 1947 की लड़ाई के लिए सम्मानित किया था और मुख्तार के दादा भी स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रहे थे। हालांकि राजनीति की आड़ में मुख्तार और उनका परिवार अपराध में भी शामिल हो गया।