नई दिल्ली। वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण से पहले के मस्जिद को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। बुलानाला में सड़क किनारे बनी इस मस्जिद को बुलानाला मस्जिद कहते हैं। इसका रंग सफेद था। आरोप है कि प्राधिकरण ने हल्का गेरुआ रंग रातों रात पेंट करा दिया। अब मस्जिद प्रबंधन से जुड़े लोगों का कहना है कि बगैर पूछे VDA (वाराणसी विकास प्राधिकरण) ने मनमानी की। मस्जिद का रंग सफेद से गेरुआ कर दिया गया। इससे माहौल बिगड़ सकता है।
इधर रात में मस्जिद का रंग सफ़ेद से गेरूआ हुआ उधर सुबह इसपर बवाल मचना शुरू हो गया। प्राधिकरण के इस फैसले का विरोध होना शुरू हुआ, फिलहाल विरोध को देखते हुए मस्जिद के रंग को फिर से सफेद किया जा रहा है। मस्जिद से जुड़े लोगों ने रातों-रात मंदिर का रंग सफ़ेद से गेरुआ किये जाने’ पर काफी विरोध जताया और इसे प्राधिकरण का तानाशाही रवैया बताया। वहीं, वाराणसी विकास प्राधिकरण ने कहा था कि एकरूपता लाने की कोशिश कर रहा है।
दरअसल बताया जा रहा है कि पीएम मोदी 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। ऐसे में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के रास्ते में पढ़ने वाली इमारतों को हल्के गेरुआ रंग में रंगा जा रहा था। इसी बीच एक मस्जिद का रंग भी गेरुआ रंग से रंग दिया गया। मुस्लिम समुदाय की आपत्ति के बाद आखिरकार प्रशासन ने वापस मस्जिद का रंग सफ़ेद रंग से रंगवा रहा है।
मस्जिद पर गेरूआ रंग से रंगे जाने पर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने कहा कि फिलहाल हमारे पास कोई लिखित आपत्ति नहीं आई है। उन्होंने कहा कि गेरुआ या भगवा रंग से मस्जिद को नहीं रंगा गया है। मैदागिन से गोदौलिया तक जो नॉर्मल कलर सभी बिल्डिंग पर किया गया है वहां भी कर दिया गया है। हालांकि जो जैसा था वैसा ही करा रहे हैं।
यहां देखिए वीडियो : How fast is Omicron spreading and how dangerous is it? II Omicron II