नई दिल्ली। कर्नाटक में कोलार के सरकारी स्कूल में विद्यार्थियों को नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। यहां बच्चों द्वारा स्कूल में नमाज अदा की गई। सोशल मीडिया पर जब बच्चों के नमाज का ये वीडियो वायरल हुआ तो तत्काल कार्रवाई की गई और प्रधानाध्यापिका उमा देवी को सस्पेंड कर दिया गया। ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। बताया जा रहा है बच्चों द्वारा नमाज पढ़ने की ये घटना शुक्रवार (21 जनवरी 2022) को हुई जिसके बाद पूरा मामला नजरों में आया।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गिरीजेश्वरी देवी का कहना है कि घटना की जांच के लिए स्कूल में चार सदस्यीय टीम भेजी गई थी। जांच में ये बात सामने आई कि प्रधानाध्यापिका ने शुक्रवार को स्कूल में छात्रों को नमाज अदा करने की अनुमति दी, जो कि उनकी गलती है। क्योंकि सरकारी स्कूलों में किसी भी प्रकार धार्मिक प्रार्थना करने का कोई प्रावधान नहीं है। इस मामले पर विवाद बढ़ने के बाद अब प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया गया है।
After Namaz on roads,parks now Namaz in classroom in kolar Karnataka. Next what Bakra Eid in schools? pic.twitter.com/8tkuWQ5Wkm
— ATUL (@atulahuja_) January 24, 2022
प्रधानाध्यापिका ने बचाव में दिए तर्क
जब इस पूरे मामले पर प्रधानाध्यापिका उमा देवी से पूछताछ की गई तो पहले उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी न होने की बात कही। वहीं दबाव बढ़ने के बाद अजीब तर्क देते हुए कहा कि उन्होंने स्कूल के एक कमरे में नमाज की अनुमति दी थी ताकि अधिक से अधिक मुस्लिम छात्रों को स्कूल में शामिल किया जा सके।
आपको बता दें, इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद से ही हिन्दू संगठन इसके विरोध में उतर आए हैं। वीडियो के आधार पर प्रधानाध्यापिका उमा देवी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं। इस मामलों में हिन्दू संगठनों द्वारा उमा देवी के खिलाफ विरोध दर्ज करवाया है। यहां बता दें कि, बाले चंगप्पा सरकारी कन्नड़ मॉडल हायर प्राइमरी स्कूल में करीब 400 छात्र पढ़ते हैं। इन छात्रों में से 165 छात्र मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।