नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में मौजूद 24 लोग अब तक कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। यह जानकारी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने दी है। इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि अंदाजा लगाया जा रहा है कि वहां 1500 से 1600 के आस-पास लोग हैं। 1033 लोगों को निकाला जा चुका है। जिनमें से 334 लोगों को अस्पताल और 700 के करीब लोगों को क्वारंटीन सेंटर भेजा गया है। स्क्रीनिंग चल रही है। मरकज में ठहरे 24 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।
सतेंद्र जैन ने आगे कहा, जो आयोजक हैं उन्होंने बहुत ही घोर अपराध किया है। पूरे देश और दिल्ली के अंदर आपदा और महामारी रोग एक्ट लागू था। मैंने खुद उपराज्यपाल को इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है। दिल्ली सरकार ने इन लोगों पर FIR दर्ज़ करने का निर्देश दिया है।
Event’s organisers committed a grave crime. Disaster Act & Contagious Diseases Act was enforced in Delhi,no assembly of more than 5 people was allowed. Still they did this. I’ve written to Lt Guv to take strictest action against them.Delhi govt has given order to file FIR: S Jain https://t.co/v2cTua2CAd
— ANI (@ANI) March 31, 2020
गौरतलब है की तबलीगी जमात का यह भवन छह मंजिला है और इसमें में 2 हजार लोगों के रहने की व्यवस्था है। यह भवन निजामुद्दीन दरगाह से सटा हुआ है। मरकज में सोमवार को आए जिस शख्स की मौत हुई थी, अब उसके परिवार को क्वारंटाइन (एकांतवास) में भेजा गया है। इसके साथ ही तेलंगाना और तमिलनाडु में निजामुद्दीन के मरकज से गए लोगों की तलाश जारी है। तेलंगाना में 194 लोगों को क्वारंटाइन किया गया, जबकि तमिलनाडु में 981 लोगों की पहचान करने के साथ ही उनका टेस्ट किया जा रहा है।
गौरतलब है कि दिल्ली के निजामुद्दीन के तबलीगी जमात के मरकज में करीब 14 सौ लोग ठहरे हुए थे, जिसमें कई विदेशी भी शामिल थे। जमात के विदेशी मेहमानों में ज्यादातर मलेशिया और इंडोनेशिया के नागरिक बताए जा रहे हैं। दिल्ली आने से पहले ये समूह 27 फरवरी से 1 मार्च के बीच मलेशिया गया था, जहां ये लोग एक धार्मिक जलसे में शामिल हुए थे। जमात के कई लोगों के कोरोना से पीड़ित होने के मामले सामने आ चुके हैं।
पुलिस और मेडिकल की टीम भी सोमवार को फौरन मौके पर पहुंची। सोमवार देर रात तक मरकज को खाली कराने का सिलसिला चलता रहा। मरकज में शामिल 14 सौ लोगों में 11 के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हो चुकी है। इन 11 में 10 लोग इंडोनेशिया के नागरिक हैं। 34 लोगों के सैंपल जांच के लिए अस्पताल भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट का इंतजार है। इस बीच जान गंवाने वाले शख्स के 18 परिजनों को हैदराबाद में क्वारंटाइन में रखा गया है।
मरकज से सोमवार रात भी करीब 100 से ज्यादा संदिग्ध लोगों को तीन बसों में भरकर ले जाया गया। हेल्थ विभाग की टीम, क्षेत्र के डीएम और पुलिस की टीम ने मिलकर इन्हें मरकज से निकाला। इसमें जो ज्यादा बीमार लग रहे हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि संदिग्ध लोगों को नरेला में आइसोलेशन में भेजा गया है। इस लापरवाही को लेकर तबलीगी जमात के सेंटर के मौलाना के खिलाफ केजरीवाल सरकार ने प्राथमिकी दर्ज कराने का फैसला किया है।
हालांकि, मरकज की तरफ से मौलाना यूसुफ ने सफाई दी है कि लॉकडाउन लागू होने से पहले ही वहां पर देशी विदेशी गेस्ट ठहरे हुए थे। लिहाजा उन्होंने सरकार के आदेश का पालन किया कि जो जहां है वहीं ठहरे।