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Row: भारत-चीन कमांडर स्तर की बातचीत 12 को, अब पैंगोंग में पुल बनाने पर तनाव

दोनों देशों के बीच 12 जनवरी को कमांडर स्तर की 14वीं बातचीत होनी है। ऐसे में इससे ठीक पहले चीन और भारत के बीच पुल को लेकर टकराव और गंभीर होने के आसार दिख रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया से कहा कि चीन जहां पुल बना रहा है, वो इलाका पिछले करीब 60 साल से उसके अवैध नियंत्रण में है।

नई दिल्ली/बीजिंग। लद्दाख में पैंगोंग सो झील पर चीन की ओर से बनाए जा रहे पुल का भारत ने विरोध किया है। भारत ने कहा है कि इस इलाके में इस तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता। दोनों देशों के बीच 12 जनवरी को कमांडर स्तर की 14वीं बातचीत होनी है। ऐसे में इससे ठीक पहले चीन और भारत के बीच पुल को लेकर टकराव और गंभीर होने के आसार दिख रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया से कहा कि चीन जहां पुल बना रहा है, वो इलाका पिछले करीब 60 साल से उसके अवैध नियंत्रण में है। भारत ने चीन की ऐसी किसी भी गतिविधि को कब्जे वाले इलाकों में कभी भी स्वीकार या मंजूर नहीं किया है।

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अरिंदम बागची ने कहा कि चीन की हरकतों पर भारत सरकार और सेना की नजर है। बाकची ने कहा कि भारत अपने सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रहा है। बता दें कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच 5 मई 2020 को टकराव शुरू हुआ। गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों की भिड़ंत हुई थी। जिसके बाद पैंगोंग सो झील के पास टकराव की नौबत बनी। भारतीय जवानों ने झील के दक्षिणी किनारे की पहाड़ियों के अलावा स्पांगुर गैप के पास कैलाश रेंज की चोटियों पर भी कब्जा जमा लिया था। जिसके बाद चीन ने इस इलाके में समझौते के तहत अपने सैनिकों को पीछे खींचा।

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भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से पैंगोंग सो के पास पुल बनाए जाने पर प्रतिक्रिया के बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि आपने जो बात कही, उसकी जानकारी मुझे नहीं है। वेनबिन ने कहा कि चीन की ओर से अपनी सीमा में किए जा रहे बुनियादी ढांचे का निर्माण उसकी संप्रभुता के तहत आता है। इसका लक्ष्य चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा और भारत के साथ सीमा के इलाके में शांति और स्थिरता बनाए रखना है। चीन ये पुल पैंगोंग सो के 8वीं फिंगर वाले इलाके से कुछ दूर खुर्नाक फोर्ट के पास बना रहा है। भारत फिंगर 8 तक एलएसी मानता है। जबकि, चीन फिंगर 4 तक एलएसी होने का दावा करता है।