
प्रयागराज। यूपी के प्रयागराज में 10 जून को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की पुलिस ने अब घटनास्थल पर बनी अटाला मस्जिद के पेश इमाम को धर दबोचा है। अटाला मस्जिद के पेश इमाम अली अहमद को फरार होने की कोशिश के दौरान पकड़ा गया। वो मस्जिद के पिछले रास्ते भागने की तैयारी में था। पुलिस के मुताबिक अली अहमद भी हिंसा को भड़काने का जिम्मेदार है और इस मामले के मुख्य आरोपी जावेद अहमद उर्फ पंप के अलावा दूसरा मास्टरमाइंड है। अटाला मस्जिद के आसपास ही नमाज के बाद सबसे ज्यादा हिंसा हुई थी।
दूसरी तरफ, मुख्य आरोपी जावेद पंप के घर को रविवार को बुलडोजर से जमींदोज करने से पहले छानबीन में पुलिस को कई अवैध हथियार भी मिले। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन हथियारों में 12 और 315 बोर के कट्टे हैं। इसके अलावा कारतूस भी बरामद किए गए हैं। हथियारों की बरामदगी के बाद एक और केस जावेद पर दर्ज हुआ है। घर की छानबीन में कई संवेदनशील दस्तावेज बरामद होने की जानकारी भी पुलिस ने दी है। प्रयागराज में हिंसा की घटनाओं के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए रविवार तक 92 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। हिंसा प्रभावित इलाकों में अब भी पुलिस बल बड़ी तादाद में तैनात है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को भी हिंसा मामले में पुलिस की कार्रवाई की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान डीजीपी और अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह मौजूद थे। योगी ने एक बार फिर सभी जिलों के पुलिस-प्रशासन को निर्देश दिया है कि किसी भी सूरत में दंगा करने वालों को बख्शा न जाए। उन्होंने किसी भी निर्दोष को न सताए जाने का निर्देश भी दिया है। इससे पहले योगी ने सभी अफसरों से कहा था कि हिंसा करने वालों को ऐसी सजा दिलाएं, ताकि भविष्य में कोई इस तरह की हरकत करने के बारे में सोच भी न सके।