
पटना। पहले बीजेपी, फिर जेडीयू, फिर टीएमसी। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सियासत में अर्श से फर्श तक का सफर किया। पिछले दिनों कांग्रेस में शामिल होने का उनका सपना टूट गया था। प्रशांत किशोर ने उसके बाद कांग्रेस के नेताओं पर तंज भी कसा था। प्रशांत ने कहा था कि कांग्रेस समेत किसी दल में फिलहाल ये ताकत नहीं कि वे पीएम नरेंद्र मोदी को हरा सकें। अब तमाम दलों का सफर पूरा करने के बाद प्रशांत किशोर अपनी तरफ से सियासत की नई पारी खेलने की तैयारी में हैं। इसका खुलासा उन्होंने आज खुद ट्वीट करके दिया है।
My quest to be a meaningful participant in democracy & help shape pro-people policy led to a 10yr rollercoaster ride!
As I turn the page, time to go to the Real Masters, THE PEOPLE,to better understand the issues & the path to “जन सुराज”-Peoples Good Governance
शुरुआत #बिहार से
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) May 2, 2022
प्रशांत ने अपनी ताजा सियासी पारी की शुरुआत अपने गृह राज्य बिहार से करने की तैयारी की है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘लोकतंत्र में अपने महत्वपूर्ण योगदान और लोगों के हित में नीति बनवाने की मेरी चाहत को 10 साल पूरे हो गए। इस दौरान काफी उतार-चढ़ाव देखे। अब मैं पन्ना पलट रहा हूं। हकीकत में मास्टर यानी आम जनता के पास जाने का वक्त है। ताकि मुद्दों को बेहतर तरीके से समझा जा सके। इसके लिए “जन सुराज” की शुरुआत कर रहा हूं। जनता के लिए अच्छी सरकार की खातिर शुरुआत बिहार से।’ बता दें कि इससे पहले बिहार में काफी वक्त तक प्रशांत किशोर रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने जब बीजेपी से नाता तोड़ा था, तो वो बिहार में जेडीयू के साथ जुड़े थे। नीतीश कुमार ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया था। फिर वो पंजाब जाकर तत्कालीन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के सलाहकार बन गए। वहां से निकलने के बाद बंगाल में ममता दीदी का साथ दिया। कांग्रेस से हाल ही में बात बिगड़ने के बाद प्रशांत किशोर ने तेलंगाना का रुख किया और अपनी कंपनी IPAC और तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस के बीच समझौता कराया। अब सबकी नजर इसपर है कि प्रशांत अपनी नई सियासी पारी में कहां पहुंचते हैं।