नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी के प्रमुख सचिव रहे नृपेंद्र मिश्रा की सम्मानजनक वापसी हुई है। उन्हें नेहरू मेमोरियल म्यूज़ियम एंड लाइब्रेरी का चेयरमैन बनाया गया है। नृपेंद्र मिश्रा पीएम मोदी के विश्वासपात्र माने जाते हैं। वे प्रधानमंत्री मोदी के पहले कार्यकाल से लेकर दूसरे कार्यकाल की शुरुआत तक उनके प्रमुख सचिव रहे।
उनके साथ ही ए सूर्यप्रकाश को वाईस चेयरमैन और विनय सहस्रबुद्धे व स्वप्नदास गुप्ता को इस म्यूजियम का सदस्य बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी रहे नृपेंद्र मिश्रा ने खुद को इस दायित्व से मुक्त होने की इच्छा जताई थी। जिसे पीएम मोदी ने स्वीकार कर लिया था। वे पीएम मोदी के बेहद विश्वासपात्र अफसर माने जाते हैं। पीएम मोदी ने प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा के सेवामुक्त होने के बारे में स्वयं ट्वीट करके जानकारी दी थी।
नृपेंद्र मिश्रा सन 2014 से प्रधानमंत्री कार्यालय में पीएम मोदी के साथ रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया था कि 2019 के चुनाव नतीजे आने के बाद नृपेंद्र मिश्रा ने खुद को प्रिंसिपल सेक्रेटरी के पद से सेवामुक्त किए जाने का अनुरोध किया था।
Former Principal Secretary to PM Nripendra Mishra to be Chairman and Prasar Bharti Chairman Dr. A. Surya Prakash to be Vice Chairman of reconstituted Nehru Memorial Museum and Library. pic.twitter.com/GCH2dcEEXp
— Ashish K Singh (ABP News) (@AshishSinghLIVE) January 18, 2020
पीएम मोदी ने उनकी तारीफ करते हुए तब अपने ट्वीट में लिखा था कि 2014 में जब मैंने प्रधानमंत्री के रूप में दायित्व संभाला, तब मेरे लिए दिल्ली भी नई थी और नृपेंद्र मिश्रा जी भी नए थे। लेकिन दिल्ली की शासन-व्यवस्था से वे भली-भांति परिचित थे।
उस परिस्थिति में उन्होंने प्रिंसिपल सेक्रेटरी के रूप में अपनी बहुमूल्य सेवाएं दीं। उस समय उन्होंने न सिर्फ व्यक्तिगत रूप से मेरी मदद की, बल्कि पांच साल देश को आगे ले जाने में, जनता का विश्वास जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।एक साथी के रूप में पांच साल तक हमेशा उन्होंने साथ दिया।